नोएडा में बीमा करने के नाम पर ठगी कर रहे दो लोग गिरफ्तार, गिरोह का सरगना फरार
कोतवाली प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि असलम की मुलाकात मामूरा में सचिन तोमर से एक कैफे पर हुई थी। अजित असलम का दोस्त है जो रुपये की लालच में गिरोह में शामिल हो गया। इसके बाद से दोनों सचिन के लिए काम कर रहे थे।
नोएडा, जागरण संवाददाता। सेक्टर 58 कोतवाली पुलिस ने बीमा कराने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। बिशनपुरा गांव के पास से दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान असलम निवासी मामूरा सेक्टर-66 व अजित सिंह निवासी निवासी गढ़ी चौखंडी मूलनिवासी गोपालगंज (बिहार) के रूप में हुई है। आरोपितों के कब्जे से पुलिस ने 20 हजार रुपये नकद, 9 एटीएम व दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं। गिरोह का सरगना सचिन तोमर फरार है। पुलिस आरोपित की तलाश कर रही है।
एसीपी-1 नोएडा रजनीश वर्मा ने बताया कि सचिन तोमर सेक्टर-62 स्थित आइटम टावर में फर्जी काल सेंटर चलाता है। लोगों से बीमा कराने के नाम पर प्रोसेसिंग फीस, फाइल चार्ज की बात कहकर रुपये ठगता है। गिरफ्तार आरोपित असलम व अजित उसके के लिए एटीएम से इस ठगी की रकम को निकालने का काम करते थे। इसके एवज में सचिन 10-10 फीसद कमीशन देता था।
कोतवाली प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि असलम की मुलाकात मामूरा में सचिन तोमर से एक कैफे पर हुई थी। अजित असलम का दोस्त है, जो रुपये की लालच में गिरोह में शामिल हो गया। इसके बाद से दोनों सचिन के लिए काम कर रहे थे। आरोपित अबतक करीब 20 लाख रुपये एटीएम से निकालकर सचिन तोमर को दे चुके हैं। एटीएम से रुपये निकालने के लिए सचिन ने आरोपितों को अपना एटीएम कार्ड और पासवर्ड दे रखा था। आरोपित लाकडाउन के बाद से लोगों से ठगी का काम कर रहे थे। अबतक सैकड़ों लोगों से लाखों रुपये की ठगी कर चुके हैं।
पुलिस जांच में सामने आया है कि सचिन पूर्व में गाजियाबाद स्थित एक बीमा कंपनी का कर्मचारी रहा है लेकिन कुछ समय पूर्व नौकरी छोड़ लोगों से ठगी करने लगा। आरोपित ने बीमा कराने के इच्छुक लोगों के नंबर भी बीमा कंपनी से हासिल किए थे। आरोपित जहां से काल सेंटर चलाता था। वहां से जानकारी जुटाई जा रही है।
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