यमुना एक्सप्रेस वे पर व्यवसायिक वाहनों के लिए बढ़ गया टोल, जानिए कितनी हो गई बढ़ी हुई दरें

नई दरों के तहत प्रति किलोमीटर पांच पैसे से 15 पैसे तक की बढ़ोतरी की गई है। अब 10 किलोमीटर के लिए डेढ़ रुपये अधिक देने होंगे। हल्के मालवाहक व मिनी बस के लिए टोल दर 3.85 रुपये से बढ़ाकर 3.90 रुपये प्रति किलोमीटर कर दी गई है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 01:54 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 01:54 PM (IST)
यमुना एक्सप्रेस वे पर व्यवसायिक वाहनों के लिए बढ़ गया टोल, जानिए कितनी हो गई बढ़ी हुई दरें
यमुना एक्सप्रेस-वे पर व्यावसायिक वाहनों को अब टोल अधिक देना होगा।

ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। यमुना एक्सप्रेस-वे पर व्यावसायिक वाहनों को अब टोल अधिक देना होगा। नई दरें शनिवार रात 12 बजे से लागू हो गई हैं। नई दरों के तहत प्रति किलोमीटर पांच पैसे से 15 पैसे तक की बढ़ोतरी की गई है। इस हिसाब से अब 10 किलोमीटर के लिए डेढ़ रुपये अधिक देने होंगे। हल्के व्यावसायिक वाहन, हल्के मालवाहक व मिनी बस के लिए टोल दर 3.85 रुपये से बढ़ाकर 3.90 रुपये प्रति किलोमीटर कर दी गई है।

बस और ट्रक के लिए दर 7.85 से बढ़ाकर 7.90 रुपये प्रति किलोमीटर कर दी गई है। भारी निर्माण कार्य मशीनों के लिए टोल दर 11.90 रुपये से बढ़कर 12.05 रुपये प्रति किलोमीटर हो गई है। विशाल आकार वाले वाहनों को अब एक्सप्रेस-वे से गुजरने के लिए 15.40 रुपये की जगह 15.55 रुपये प्रति किलोमीटर टोल देना होगा।

यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने एक्सप्रेस-वे की संचालक कंपनी जेपी इंफ्राटेक को पहले ही निर्देश दिए थे कि टोल प्लाजा पर फास्टैग की सुविधा वाहन चालकों को दी जाए। एक्सप्रेस-वे के तीनों टोल प्लाजा, जेवर, मथुरा व आगरा में फास्टैग के लिए जरूरी तकनीकी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई थी। वाहन चालक फास्टैग से टोल टैक्स का भुगतान कर सकेंगे। इससे यात्रा के समय में बचत के साथ टोल प्लाजा पर लगने वाले जाम से भी मुक्ति मिलेगी। हालांकि जो वाहन चालक नकद टोल टैक्स का भुगतान करना चाहेंगे, उनके लिए भी टोल पर बूथ निर्धारित रहेंगे।

यमुना एक्सप्रेस वे पर दिनोंदिन ट्रैफिक का दबाव बढ़ रहा है, इसके रखरखाव के लिए प्राधिकरण को काफी ध्यान रखना पड़ता है। बरसात के दिनों में कुछ जगहों पर पानी जमा हो जाने से यहां सड़कें टूट गई हैं, जिन-जिन जगहों पर सड़कें खराब हुई हैं अब उनकी मरम्मत का काम भी शुरू किया जाएगा। दरअसल बरसात के दिनों में सभी जगहें सड़कें खराब हो जाती हैं, इसको ध्यान में रखते हुए कदम उठाए जाएंगे। सड़क खराब हो जाने की वजह से तेज रफ्तार वाहनों के एक्सीडेंट होने की संभावना बनी रहती है।

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