दिल्ली-NCR में छाई स्मॉग की चादर, आने वाले दिनों में और जहरीली होगी हवा

Delhi NCR Pollution 2020 दिल्ली-एनसीआर में बृहस्पतिवार सुबह से ही आसमान में धुंध छाई हुई है। धुंध के कारण धूप नहीं निकलने का असर यह हुआ कि शहर प्रदूषण की चादर से लिपटा दिखा। न्यूनतम दृश्यता भी कम ही रही। वहीं प्रदूषण बढ़ने से सांस रोगियों की परेशानी बढ़ी है।

By JP YadavEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 12:16 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 01:02 PM (IST)
दिल्ली-NCR में छाई स्मॉग की चादर, आने वाले दिनों में और जहरीली होगी हवा
दिल्ली-एनसीआर में बढ़े प्रदूषण के चलते सांस के रोगियों को हो रही परेशानी।

नई दिल्ली/नोएडा [मोहम्मद बिलाल]। Delhi NCR Pollution 2020:  पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश कुछ हिस्सों में पराली जलाए जाने का असर दिल्ली-एनसीआर के वातावरण में भी जबरदस्त तरीके से दिखाई देने लगा है। किसानों द्वारा पराली जलाने से राजधानी दिल्ली में फिर वायु प्रदूषण बढ़ गया है। यमुना किनारे फसल उगाने वाले भी पराली जला रहे हैं, जिससे और प्रदूषण बढ़ रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक, आने वाले दिनों में दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण और बढ़ेगा। 

जानकारी की मानें तो दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गुरुग्राम और नोएडा में एक बार फिर से प्रदूषण बढ़ने लगा है। दिल्ली-एनसीआर में बृहस्पतिवार सुबह से ही आसमान में धुंध छाई हुई है। धुंध के कारण धूप नहीं निकली। धूप न निकलने का असर यह हुआ कि शहर प्रदूषण की चादर से लिपटा दिखा। न्यूनतम दृश्यता भी कम ही रही। वहीं प्रदूषण बढ़ने से सांस रोगियों की परेशानी बढ़ी है।

सेक्टर-116 स्थित उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) के मुताबिक सुबह 10 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) पीएम-10 का औसत स्तर सुबह 10 बजे 274 रहा। इसे हवा खराब श्रेणी (आरेंज जोन) में दर्ज की गई। सिस्टम आफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फार कास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के मुताबिक सतह पर चलने वाली हवाओं की चाल थमने से प्रदूषण फिर से बढ़ा है। बृहस्पतिवार सुबह नोएडा में उत्तर पश्चिमी दिशा से चल रही हवाओं की रफ्तार 6 किलोमीटर प्रतिघंटा के आसपास रही। इसने प्रदूषक तत्वों कोे सतह पर जमा ठहरने में मदद की। पंजाब, हरियाणा व सीमावर्ती इलाकों में पराली जलाने के कारण पराली के धुएं की मात्रा तेजी से बढ़ने आबोहवा बहुत खराब श्रेणी में रह सकती है। देर शाम प्रदूषण में और अधिक वृद्धि हो सकती है।

100 मीटर से कम रही दृश्यता

उधर, प्रदूषण बढ़ने से न्यूनतम दृश्यता 100 मीटर से कम रही। इससे वाहन चालकों को परेशानी हुई। वहीं प्रदूषण बढ़ने से लोगों को सांस लेने में तकलीफ के साथ ही आंखों में जलन हुई है। बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस व अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। नमी का स्तर 40 से 70 फीसद के बीच रहा। बृहस्पतिवार तड़के सुबह चार बजे के करीब कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी भी हुई है।

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