School Reopening News: नोएडा, ग्रेटर नोएडा, हापुड़ और गाजियाबाद में 1 सितंबर से खुलेंगे स्कूल, कोचिंग सेंटर के लिए भी आदेश जारी

School Reopening News बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में कक्षा छह से 8वीं तक की कक्षाओं में नए प्रवेश की शुरू कर दी जाए। हालात को देखते हुए स्कूलों में 1 सितंबर से अध्यापन शुरू किया जा सकता है। कोचिंग संस्थाओं के संचालन की भी अनुमति दी गई है।

By Jp YadavEdited By: Publish:Wed, 11 Aug 2021 07:52 PM (IST) Updated:Thu, 12 Aug 2021 07:10 AM (IST)
School Reopening News: नोएडा, ग्रेटर नोएडा, हापुड़ और गाजियाबाद में 1 सितंबर से खुलेंगे स्कूल, कोचिंग सेंटर के लिए भी आदेश जारी
School Reopening News: नोएडा, ग्रेटर नोएडा, हापुड़ और गाजियाबाद में सितंबर से खुलेंगे स्कूल, कोचिंग सेंटर के लिए आदेश जारी

नई दिल्ली/नोएडा, जागरण डिजिटल डेस्क। कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों में तेजी से कमी आने के  बीच अधिकतर राज्‍यों में लॉकडाउन और कर्फ्यू खत्म हो चुका है या फिर खत्म करने की तैयारी चल रही है। इस बीच छात्र-छात्राओं की पढ़ाई के नुकसान को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने भी आगामी 1 सितंबर से  कक्षा 6 से लेकर 8वीं तक के स्कूल खुलेंगे। इस बाबत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। इस बाबत संक्षिप्त गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है। ऐसे में दिल्ली से सटे नोएडा, ग्रेटर नोएडा, हापुड़ और गाजियाबाद में भी 6 से 8वीं तक स्कूल 1 सितंबर से खोले जाएंगे। 

ताजा आदेश के मुताबिक, बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में कक्षा छह से 8वीं तक की कक्षाओं में नए प्रवेश की शुरू कर दी जाए। हालात को देखते हुए स्कूलों में 1 सितंबर से अध्यापन शुरू किया जा सकता है। इसके अलावा कोचिंग संस्थाओं के संचालन की भी अनुमति दे दी गई है।

कहा गया है कि स्वतंत्रता दिवस के उपरांत माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक और व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में भौतिक रूप से पठन-पाठन प्रारंभ हो रहा है। ऐसे में 18 साल से अधिक विद्यार्थियों के टीकाकरण के लिए विश्वविद्यालय, स्कूल व कॉलेज परिसर में ही टीकाकरण शिविर लगाए जाएं। बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में शिक्षकों व कार्मिकों की उपस्थिति जारी है। 

कहा जा रहा है कि कोरोना महामारी को देखते हुए छात्र-छात्राओं की उपस्थिति पर सख्ती नहीं की जाएगी। खासकर मां-बाप पर बच्चों को स्कूल भेजने के लिए दबाव नहीं डाला जाएगा। ऐसे हरियाणा के स्कूलों में किया जा रहा है। इसके साथ ही अकादमिक कैलेंडर को सभी कक्षाओं से संबंधित परीक्षा के लिए योजनाबद्ध किया जाएगा।

यह भी जानें स्कूलों में समारोह, त्योहार, खेलकूद प्रतियोगिताओं व अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन नहीं किया जाएगा। क्लास में ही असेंबली शिक्षक की देखरेख में होगी। क्लासरूम में सैनिटाइजर का इंतजाम होगा। विद्यार्थी एक दूसरे से कोई भी सामान क्लास में नहीं लेगा। किताब, पेन, पेंसिल, नोटबुक और भोजन इत्यादि भी वह नहीं लेगा। बाहरी वेंडरों को स्कूल के अंदर खाद्य सामग्री नहीं बेचने दी जाएगी। स्कूल की बसों व वैन का प्रतिदिन दो बार सैनिटाइजेशन किया जाएगा। पुस्तकालय व प्रयोगशाला में भी शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना होगा और मास्क लगाना होगा। स्कूल कैंपस में थूकने पर प्रतिबंध होगा। छात्र-छात्राओं को स्कूल भेजना पूरी तरह अभिभावक की स्वेच्छा पर होगा। संक्रमण फैलने की स्थिति में स्कूल प्रशासन जिम्मेदार नहीं होगा। अगर विद्यार्थी के शरीर का तापमान 100 डिग्री फारेनहाइट से अधिक है, उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है और खांसी व जुकाम के लक्षण हैं तो उसे स्कूल न भेजें। स्कूलों को अभी किसी भी ऐसे आयोजन से बचने की सलाह दी गई है, जहां पर शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना कठिन हो।

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