गौतमबुद्ध नगर जेल में बंद कैदी ने मफलर से फांसी लगाकर की आत्महत्या, जांच में जुटी पुलिस
जिला जेल गौतमबुद्धनगर में कुलदीप उर्फ दीपू नाम के बंदी ने आत्महत्या कर ली। बंंदी ने जेल के भोजनालय में पंखे के सहारे मफलर से फांसी लगा ली। इकोटेक एक कोतवाली पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
ग्रेटर नोएडा [मनीष तिवारी] । जिला जेल गौतमबुद्धनगर में कुलदीप उर्फ दीपू नाम के बंदी ने आत्महत्या कर ली। बंंदी ने जेल के भोजनालय में पंखे के सहारे मफलर से फांसी लगा ली। इकोटेक एक कोतवाली पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जेल में लचर सुरक्षा व्यवस्था व प्रताड़ना के कारण पिछले लगभग एक वर्ष के दौरान चार बंदी आत्महत्या कर चुके हैं। पूर्व में जेल प्रशासन पर बंदी को पीट-पीट कर जान से मारने का भी आरोप लग चुका है। आत्महत्या की मजिस्ट्रेटी जांच होगी। मामले की जानकारी देने की बजाए जेल प्रशासन चुप्पी साधे बैठा रहा।
पुलिस ने बताया कि अलीगढ़ निवासी कुलदीप डकैती के मामले में जेल में बंद था। उसे आजीवन कारावास की सजा हो चुकी थी। जेल के भोजनालय में पंखा लगा है। बंदी रात में भोजनालय पहुंच गया और मफलर के सहारे फांसी लगा दी। काफी देर बाद दूसरे बंदियों को घटना की जानकारी हुई। जेल में लगातार हो रही आत्महत्या की घटना से बंदियों में रोश है। सूत्रों की माने तो जेल के अंदर सुरक्षा व्यवस्था लचर रहती है। नियम के तहत शाम के बाद बंदियों को बैरक से बाहर निकलने की इजाजत नहीं होती है।
सभी बंदी अपनी-अपनी बैरक में चले जाते हैं। लचर सुरक्षा व्यवस्था के कारण ही कुलदीप रात में भोजनालय तक पहुंच गया। लचर सुरक्षा के साथ ही जेल में बंदियों को भोजन व अन्य सुविधाएं भी सही नहीं मिलती हैं। साथ ही जेल के अधिकारियों के द्वारा उन्हें प्रताड़ित भी किया जाता है। माना जा रहा है कहीं न कहीं इन्हीं सब कारणों से बंदी ने आत्महत्याा की होगी। मामले की जानकारी के लिए जेल अधीक्षक अरुण प्रताप सिंह को फोन किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।