जूते के फीते से ग्रेटर नोएडा में बंदी ने लगाई फांसी, जानें- क्यों याद आया निर्भया केस का आरोपित राम सिंह

छेड़छाड़ के आरोप में नोएडा की सेक्टर 39 कोतवाली पुलिस ने 2 दिन पहले ही सूरज महतो गिरफ्तार किया था। यह भी जानकारी मिली है कि आत्महत्या करने से पहले बंदी ने अपने पिता से 5 मिनट फोन पर बातचीत भी की थी।

By Jp YadavEdited By: Publish:Wed, 17 Mar 2021 03:06 PM (IST) Updated:Wed, 17 Mar 2021 03:06 PM (IST)
जूते के फीते से ग्रेटर नोएडा में बंदी ने लगाई फांसी, जानें- क्यों याद आया निर्भया केस का आरोपित राम सिंह
घटना ने निर्भया के आरोपित राम सिंह द्वारा तिहाड़ जेल में फांसी लगाने की घटना ने याद दिला दी है।

ग्रेटर नोएडा [प्रवीण विक्रम सिंह]। दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर जेल में बंद एक कैदी द्वारा जूते के फीते से फांसी लगाने के मामले ने निर्भया के आरोपित राम सिंह की याद दिला दी है। जागरण संवाददाता से मिली जानकारी के मुताबिक, जिला जेल गौतमबुद्धनगर में सूरज महतो नाम के बंदी ने जूते के फीते से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 2 दिन पूर्व ही सूरज महतो जिला जेल में बतौर बंदी आया था। छेड़छाड़ के आरोप में नोएडा की सेक्टर 39 कोतवाली पुलिस ने 2 दिन पहले ही सूरज महतो गिरफ्तार किया था। यह भी जानकारी मिली है कि आत्महत्या करने से पहले बंदी ने अपने पिता से 5 मिनट फोन पर बातचीत भी की थी। वहीं, इस पूरे मामले के बाबत गौतमबुद्धनगर जेल अधीक्षक भीम सेन मुकुंद ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जाएगी। जानकारी के मुताबिक, सूरज महतो ने अपने जूते के फीते से फांसी का फंदा बनाकर उससे झूल गया। इसके बाद उसकी मौत हो गई।

पिता से क्या हुई बात? पता कर रही है पुलिस

वहीं, ग्रेटर नोएडा यह पता लगाने में जुट गई है कि आखिर सूरज महतो में मोबाइल फोन पर 5 मिनट के दौरान क्या बात की थी, जिसके बाद उसने फांसी लगा दी।

यहां पर बता दें कि इस घटना ने निर्भया के आरोपित राम सिंह द्वारा तिहाड़ जेल में फांसी लगाने की घटना ने याद दिला दी है। 16 दिसंबर, 2012 के निर्भया दुष्कर्म और हत्याकांड में आरोपित बनाए गए राम सिंह का मार्च 2013 में तिहाड़ जेल में शव मिला था। पुलिस का कहना था कि राम सिंह ने खुद ही तिहाड़ में फांसी लगाई, लेकिन राम सिंह का परिवार हमेशा आरोप लगाता रहा कि उसकी हत्या की गई थी। वहीं, तिहाड़ जेल के पूर्व विधि अधिकारी सुनील गुप्ता ने अपनी पुस्तक 'ब्लैक वारंट' में लिखा- 'राम सिंह के पोस्टमार्टम रिपोर्ट को उन्होंने ध्यान से देखा था। उस रिपोर्ट में यह लिखा गया है कि राम सिंह के शरीर में अल्कोहल के अंश पाए गए थे। आखिर राम सिंह के शरीर में अल्कोहल का अंश कहां से आया? इस बात की पूरी संभावना है कि राम सिंह को शराब किसी ने पिलाई होगी। उन्होंने ये भी सवाल उठाए थे कि एक छोटे से सेल में जिसमें राम सिंह के अलावा भी अन्य कैदी हों, कोई भला कैसे खुदकशी कर सकता है?'

chat bot
आपका साथी