Noida Property News: नोएडा-ग्रेटर नोएडा में आवंटन दर व सर्किल रेट में अंतर खत्म करने की तैयारी
प्रशासन ने नए सर्किल रेट निर्धारित करने के लिए लोगों से आपत्ति व सुझाव मांगे हैं। इसका निस्तारण करने के बाद नए सर्किल रेट निर्धारित किए जाएंगे। सर्किल रेट बढ़ने से संपत्ति की रजिस्ट्री पर असर पड़ेगा। लोगों को स्टांप शुल्क के रूप में अधिक रकम खर्च करनी होगी।
नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। दिल्ली से सटे गौतमबुद्धनगर जिले में जमीन की कीमतें बढ़ने के आसार हैं। डीएम सर्किल रेट बढ़ाने की कवायद शुरू हो गई है। प्रशासन ने नए सर्किल रेट निर्धारित करने के लिए लोगों से आपत्ति व सुझाव मांगे हैं। इसका निस्तारण करने के बाद नए सर्किल रेट निर्धारित किए जाएंगे। सर्किल रेट बढ़ने से संपत्ति की रजिस्ट्री पर असर पड़ेगा। शहर के लोगों को स्टांप शुल्क के रूप में अधिक रकम खर्च करनी होगी।
नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना विकास प्राधिकरण ने हाल ही में अपनी संपत्तियों की आवंटन दरों में लगभग पांच फीसद तक की वृद्धि की थी। कोरोना संक्रमण को देखते हुए डीएम सर्किल रेट में पिछले वर्ष भी बढ़ोतरी नहीं की गई थी। इस कारण प्राधिकरण की आवंटन दरों व डीएम सर्किल रेट में बड़ा अंतर आ गया था। ऐसे में इस बार डीएम सर्किल रेट बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। कहां पर कितना सर्किल रेट बढ़ाया जाना है इस पर मंथन शुरू हो गया है। गठित टीम तीनों प्राधिकरण की आवंटन दर के आधार पर डीएम सर्किल रेट बढ़ाने पर विचार कर रही है। सर्किल रेट पर शहर के लोगों से 15 अगस्त तक आपत्ति व सुझाव मांगे गए हैं। उनका निस्तारण करने के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
गौतमबुद्ध नगर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, फिल्म सिटी सहित अन्य परियोजनाएं प्रस्तावित हैं। इस कारण यहां पर जमीन, मकान, फ्लैट की खरीद-फरोख्त बढ़ी है। ऐसे में डीएम सर्किल रेट बढ़ाकर सरकार को मुनाफा पहुंचाने की तैयारी है। माना जा रहा है कि जिस दर से तीनों प्राधिकरण ने अपनी आवंटन दरों में वृद्धि की है उसी के हिसाब से डीएम सर्किल रेट भी बढ़ेगा। एडीएम वंदिता श्रीवास्तव ने बताया कि सर्किल रेट बढ़ाने पर मंथन चल रहा है। 15 अगस्त के बाद नए सर्किल तय किए जाएंगे।