UP Plot scheme 2021: ग्रेटर नोएडा के पास प्लॉट के लिए इंतजार बढ़ा, फिलहाल नहीं होगा भूखंड योजना का ड्रॉ

UP Plot scheme 2021 कोरोना वायरस संक्रमण के चलते यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने औद्योगिक भूखंड योजना का ड्रॉ अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया है। इसके साथ ही आगामी 5 मई को प्रस्तावित आवासीय भूखंड योजना का ड्रॉ भी फिलहाल नहीं होगा।

By Jp YadavEdited By: Publish:Tue, 27 Apr 2021 05:32 PM (IST) Updated:Tue, 27 Apr 2021 05:33 PM (IST)
UP Plot scheme 2021: ग्रेटर नोएडा के पास प्लॉट के लिए इंतजार बढ़ा, फिलहाल नहीं होगा भूखंड योजना का ड्रॉ
पांच मई को प्रस्तावित आवासीय भूखंड योजना का ड्रॉ फिलहाल नहीं होगा।

नई दिल्ली/नोएडा। ग्रेटर नोएडा शहर के नजदीक आवासीय प्लॉट पाने के लिए 400 खुदकिस्मत लोगों को अभी थोड़ा और इंतजार करना होगा। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने औद्योगिक भूखंड योजना का ड्रॉ अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया है। इसके साथ ही आगामी 5 मई को प्रस्तावित आवासीय भूखंड योजना का ड्रॉ भी फिलहाल नहीं होगा। कोरोना वायरस संक्रमण की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्राधिकरण ने यह बड़ा फैसला लिया है। हालात सुधरते ही प्राधिकरण ड्रॉ की तिथि घोषित करेगा। बताया जा रहा है कि अगर प्राधिकरण ने ड्रॉ निकाल दिया तो आवंटियों की भीड़ के चलते कोरोना वायरस फैलने का भी खतरा है। इसी वजह से इसे टाला गया है, हालात यानी कोरोना की स्थिति में सुधार होते ही ड्रॉ की नई तारीखों का एलान किया जाएगा।

गौरतलब है कियमुना प्राधिकरण ने फरवरी में औद्योगिक भूखंड की योजना निकाली थी। योजना में 367 भूखंडों के सापेक्ष 4450 आवेदन मिले थे। प्राधिकरण ने आवेदकों की सूची वेबसाइट पर अपलोड आवेदन की खामियों को दूर करने का बीस अप्रैल तक मौका दिया था। योजना का ड्रॉ पहले 15 अप्रैल को प्रस्तावित था, बाद में इसे बढ़ाकर 26 अप्रैल कर दिया, लेकिन प्राधिकरण ने अब इसे अनिश्चितकाल के लिए आगे बढ़ा दिया है।

इस बाबत प्राधिकरण अधिकारियों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के मौजूदा हालात में योजना का ड्रॉ संपन्न कराना आवेदकों के स्वास्थ्य की दृष्टि से ठीक नहीं है। वहीं पांच मई को प्रस्तावित आवासीय भूखंड योजना का ड्रॉ भी फिलहाल नहीं होगा। इसमें 440 भूखंडों के सापेक्ष तकरीबन 22 हजार आवेदन मिले हैं।

Delhi Metro को एक साल के भीतर हो गया 3000 करोड़ रुपये का घाटा !

प्राधिकरण के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रयास हो रहे हैं कि लोग बड़ी संख्या में एक जगह एकत्र न हों। भूखंड योजना के ड्रॉ में आवेदकों के बड़ी संख्या में जुटने की आंशका को देखते हुए फिलहाल इसे आगे बढ़ा दिया गया है। हालात को देखते हुए ड्रॉ कराने का फैसला लिया जाएगा।

chat bot
आपका साथी