नोएडाः जिला अस्पताल में इलाज कराने वालों के लिए खुशखबरी, अब मुफ्त में करवा सकेंगे फिजियोथेरेपी
मरीजों की सुविधा के लिए सेक्टर-30 स्थित जिला अस्पताल में फिजियोथेरेपी विंग शनिवार को शुरू हो गई है। अस्पताल की सीएमएस ने चार्ज छोड़ने से पहले अस्पताल में अपने अंतिम दिन के कार्यकाल में फिजियोथेरेपी विंग का शुभारंभ किया।
नोएडा, जागरण संवाददाता। अब जिले के मरीजों को फिजियोथेरेपी के लिए निजी अस्पतालों पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा। मरीजों की सुविधा के लिए सेक्टर-30 स्थित जिला अस्पताल में फिजियोथेरेपी विंग शनिवार को शुरू हो गई है। अस्पताल की सीएमएस ने चार्ज छोड़ने से पहले अस्पताल में अपने अंतिम दिन के कार्यकाल में फिजियोथेरेपी विंग का शुभारंभ किया।कोरोना काल में जिम, पार्क बंद होने व वर्क फ्रॉम होम ने लोगों को बीमार करना शुरू कर दिया है। दिनभर कुर्सी व बिस्तर पर गलत तरीके से बैठने व अन्य शारीरिक गतिविधियां कम हो जाने के कारण लोग मानसिक तनाव के साथ रीढ़ की हड्डी, जोड़ों में दर्द, सर्वाइकल संबंधी बीमारी की जद में आ गए हैं।
ऐसे मरीजों को उपचार के लिए फिजियोथेरेपी की जरूरत होती है जबकि सरकारी अस्पताल में अबतक इसकी पर्याप्त सुविधा नहीं थी। जिला अस्पताल में दो फिजियोथेरेपिस्ट है, लेकिन उपकरण के अभाव में दोनों आर्थोपेडिक ओपीडी में ड्यूटी करते थे।अस्पताल में फिजियोथेरेपी करने के लिए मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उनकी सुविधा के लिए अस्पताल में फिजियोथेरेपी की निश्शुल्क सुविधा शुरू की गई है। मरीजों को इससे काफी राहत मिलेगी।
सीएमएस के तबादले से नाराज कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
वहीं, जिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. रेनू अग्रवाल का मेरठ तबादला होने से नाराज कर्मियों ने शनिवार को सेक्टर-39 कोविड अस्पताल में प्रदर्शन किया। सौ से अधिक कर्मचारियों ने तीन घंटे से अधिक समय तक कार्य बहिष्कार कर फर्श पर बैठकर धरना दिया। कर्मियों ने शासन से सीएमएस का तबादला न करने की मांग की। सीएमएस के काफी देर तक समझाने के बाद कर्मचारियों ने धरना समाप्त किया।
बता दें कि शासन ने संभावित तीसरी लहर के दृष्टिगत प्रदेशभर के स्वास्थ्य महकमे में बदलाव किए हैं। इसी क्रम में जिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. रेनू अग्रवाल को मेरठ, महिला अस्पताल की वरिष्ठ परामर्शदाता बनाया गया है। उनके स्थान पर नोएडा जिला अस्पताल की जिम्मेदारी डॉ. सुषमा चंद्रा को सौंपी गई है।