Noida Property News: नोएडा और ग्रेटर नोएडा में संपत्ति फ्री होल्ड करने को इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका
Noida Property News कनफेडरेशन ऑफ एनसीआर रेजिडेंटस वेलफेयर एसोसिएशन ने कोर्ट में याचिका दायर कर कहा कि नोएडा व ग्रेटर नोएडा विकसित हो चुके है। प्राधिकरण को लीजरेंट के नाम पर भारी भरकम धनराशि वसूलता है। शहर की संपत्ति को अब फ्री होल्ड कर दिया जाना चाहिए।
नोएडा, जागरण संवाददाता। नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में लीज होल्ड संपत्ति फ्री होल्ड कराने के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है। कनफेडरेशन ऑफ एनसीआर रेजिडेंटस वेलफेयर एसोसिएशन ने कोर्ट में याचिका दायर कर कहा कि नोएडा व ग्रेटर नोएडा विकसित हो चुके है। प्राधिकरण को लीजरेंट के नाम पर भारी भरकम धनराशि वसूलता है। शहर की संपत्ति को अब फ्री होल्ड कर दिया जाना चाहिए।
एसोसिएशन के अध्यक्ष पीएस जैन ने बताया कि कोर्ट ने याचिका स्वीकार कर प्रतिपक्ष के अधिवक्ता से तीन सप्ताह में जवाब मांगा है। वहीं नोएडा के रहने वाले एडवोकेट अनिल गर्ग ने जनहित याचिका पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि मौजूदा समय में यह अप्रासंगिक है। फ्री होल्ड संपत्ति होने के बाद हाउस टैक्स का भुगतान कौन करेगा। शहरवासियों ने प्राधिकरण को वन टाइम लीज रेंट का भुगतान किया हुआ है।
मौजूदा समय में फेडरेशन ऑफ नोएडा रेजिडेंटस वेलफेयर एसोसिएशन (फोनरवा) के चुनाव से तीन-चार दिन पहले दायर की गई है। फोनरवा के पदाधिकारियों की यह जिम्मेदारी थी, लेकिन किसी ने भी इस तरफ ध्यान नहीं दिया। वहीं जनहित याचिका दायर करने वाले पीएस जैन ने कहा कि इसका फोनरवा से कोई लेना-देना नहीं है।
याचिका दायर करने वाले लोग न तो फोनरवा संगठन में शामिल है और न मतदाता है। चार वर्ष से इसकी तैयारी की जा रही थी। डेढ़ माह पहले याचिका को दायर किया गया।
16 हजार खरीदारों को दिसंबर 2022 तक कब्जा देगा सुपरटेक
सुपरटेक बिल्डर की परियोजना के 16 हजार फ्लैट खरीदारों को दिसंबर 2022 तक कब्जा मिल जाएगा। उत्तर प्रदेश भू संपदा विनियामक प्राधिकरण (यूपी रेरा) के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में सुपरटेक बिल्डर परियोजना के चेयरमैन आरके अरोड़ा ने एक दर्जन परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट सौंपी है। बैठक में सुपरटेक के चेयरमैन ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा व मेरठ स्थित बिल्डर परियोजनाओं को दिसंबर 2022 तक पूरी करने का दावा किया है। उन्होंने रेरा अध्यक्ष राजीव कुमार को बताया कि कोरोना काल की वजह से परियोजनाओं का काम अटक गया था। जिसे पूरा किया जा रहा है। कई परियोजनाएं ऐसी है जहां कार्य पूरा होने के बाद फिनि¨शग का कार्य चल रहा है।