VIDEO: अपनों को इंजेक्शन देने के लिए अधिकारियों के पैरों में गिर रहे लोग, मगर नहीं मिल रही दवा, देखें वीडियो

जिले में रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए लोग तड़प रहे हैं। मंगलवार को कुछ महिला तीमारदारों ने सीएमओ कार्यालय पहुंचकर सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी से रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग की। सीएमओ ने इंजेक्शन न होने का हवाला दिया तो महिलाएं उनके पैरों में गिर गई।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Tue, 27 Apr 2021 06:20 PM (IST) Updated:Tue, 27 Apr 2021 06:20 PM (IST)
VIDEO: अपनों को इंजेक्शन देने के लिए अधिकारियों के पैरों में गिर रहे लोग, मगर नहीं मिल रही दवा, देखें वीडियो
सीएमओ ने इंजेक्शन न होने का हवाला दिया तो महिलाएं उनके पैरों में गिर गई।

नोएडा, जागरण संवाददाता। जिले में रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए लोग तड़प रहे हैं। मंगलवार को कुछ महिला तीमारदारों ने सीएमओ कार्यालय पहुंचकर सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी से रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग की। सीएमओ ने इंजेक्शन न होने का हवाला दिया तो महिलाएं उनके पैरों में गिर गई। लोग अपने स्वजनों को बचाने के लिए अधिकारियों के सामने घंटों बिलखते रहे, लेकिन उन्हें इंजेक्शन नहीं मिला।

कविता नाम की महिला ने बताया कि उनके पति का सेक्टर-27 स्थित कैलाश अस्पताल में उपचार चल रहा है। डॉक्टरों ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग की है, यदि इंजेक्शन नहीं मिला तो वह जीवित नहीं रह पाएंगे, लेकिन सीएमओ ने इंजेक्शन देने से हाथ खड़े कर दिए। महिला ने आरोप लगाया है कि सीएमओ ने उन्हें दोबारा इंजेक्शन लेने के लिए विभाग में आने पर जेल भेजने की भी धमकी दी है।

कोरोना महामारी के इस विकट समय में सारा देश इससे बचाव और इलाज के लिए जूझ रहा है। केंद्र व राज्य सरकारें पूरी शक्ति से इस महामारी से निपटने में जुटी है। देश का पूरा चिकित्सा तंत्र कोरोना से लोगों को बचाने में लगा है।

पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस के छह वैरियंट (प्रकारों) से त्राहि-त्राहि कर रही है। वहीं इस वैश्विक महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत में तीन वैरियंट ने इस बार कहर बरपाया है। ब्रिटेन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के ये वैरियंट भारतीयों के लिए बेहद घातक साबित हुए हैं। ब्रिटिश वंशावली का वैरियंट (बी.1.1.7), दक्षिण अफ्रीका की वंशावली का वैरियंट (बी.1.351) और ब्राजील का वैरियंट (पी.1) की भारत में पहचान की गई है।
पिछले साल जब विदेश से भारत में कोरोना के संक्रमण की दस्तक हुई तो महाराष्ट्र सबसे बुरी तरह से प्रभावित हुआ था। अब पाया गया है कि वहां के कुल दर्ज किए गए मामलों में से 20 प्रतिशत मामले में डबल म्यूटेशन हुआ था, जो भारतीय वैरियंट बी.1.617 की वंशावली का ही है। नेशनल सेंटर फार डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) के जारी आंकड़ों के मुताबिक इसमें सबसे घातक यानी वैरियंट ऑफ कनर्सन (वीओसी) ब्रिटिश वैरियंट (बी.1.617) की वंशावली का है। यह सबसे तेजी से फैलता है और इसका सर्वाधिक संक्रमण देश की राजधानी दिल्ली में देखा गया है। मार्च के दूसरे हफ्ते में दिल्ली में 28 फीसद नमूनों में ब्रिटिश वैरियंट देखने को मिला है। जबकि मार्च के चौथे हफ्ते में यह वैरियंट 50 फीसद तक फैल चुका था।
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