दिल्ली-NCR में निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ अभिभावकों ने खोला मोर्चा, जंतर मंतर पर करेंगे प्रदर्शन

दिल्ली-NCR के अभिभावक संघों के पदाधिकारियों का कहना है कि असंवैधानिक तरीके से स्कूल बेतहाशा फीस वसूल रहे है। शिक्षण संस्थाओं की वित्तीय जांच की जानी चाहिए साथ ही कोरोना काल में बच्चों से पूरी फीस न ली जाए।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Sat, 13 Mar 2021 04:48 PM (IST) Updated:Sat, 13 Mar 2021 04:48 PM (IST)
दिल्ली-NCR में निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ अभिभावकों ने खोला मोर्चा, जंतर मंतर पर करेंगे प्रदर्शन
ऑनलाइन क्लास के अनुसार फीस निर्धारण की मांग

नोएडा, जागरण संवादादाता। निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ शहर के अभिभावकों ने मोर्चा खोल दिया है। गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, गुरुग्राम व एनसीआर के अभिभावक संघ संयुक्त रूप से निजी स्कूलों के खिलाफ कल यानी रविवार को जंतर मंतर दिल्ली पर धरना प्रदर्शन करेंगे। अभिभावक संघों के अनुसार निजी स्कूलों की बेतहाशा लूट और सरकार के उदासीन रवैये के चलते वे सड़कों पर उतरने को मजबूर है। प्रदर्शन में कई राज्यों के अभिभावक शामिल होंगे।

बेतहाशा फीस स्कूल रहे निजी स्कूल

गौतमबुद्धनगर पेरेंट्स वेलफेयर सोसायटी, गाजियाबाद और गुरुग्राम पेरेंट्स एसोसिएशन समेत एनसीआर के कई अग्रणी अभिभावक संघों के पदाधिकारियों का कहना है कि असंवैधानिक तरीके से स्कूल बेतहाशा फीस वसूल रहे है। शिक्षण संस्थाओं की वित्तीय जांच की जानी चाहिए, साथ ही कोरोना काल में बच्चों से पूरी फीस न ली जाए। जीपीडब्ल्यूएस के संस्थापक मनोज कटारिया ने बताया कि प्रदर्शन के लिए सीमित समय की ही अनुमति मिली है। सरकार तक अभिभावकों की पीड़ा पहुंचाने के लिए सभी अभिभावक संघों ने ठोस रणनीति बनाई है। जंतर मंतर पर प्रदर्शन में शामिल होने के लिए कई राज्यों के अभिभावकों ने सहमति दी है।

ऑनलाइन क्लास के अनुसार फीस निर्धारण की मांग

गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा त्यागी ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण करीब 11 माह तक देश के निजी स्कूल बंद रहे। सरकार की तरफ से तीन महीने का संपूर्ण लॉकडाउन लगाया गया, लेकिन स्कूल बंद होने के बाद भी अभिभावकों से पूरी फीस वसूली गई।

देश के सभी राज्यों के अभिभावक लगातार लॉकडाउन के समय में फीस माफी व ऑनलाइन क्लास के अनुसार जायज फीस निर्धारण की मांग कर रहे हैं। जब अभिभावकों ने स्कूलों की मनमानी का विरोध किया, उनके बच्चों की परीक्षा रोकी गई और ऑनलाइन क्लास बंद की गई। लेकिन किसी भी राज्य की सरकार ने किसी भी निजी स्कूल पर कोई कार्रवाई नहीं की। इसी के चलते एनसीआर के अभिभावक संघों ने संयुक्त रूप से प्रदर्शन के जरिये सरकार तक आवाज पहुंचाने की योजना बनाई है।

chat bot
आपका साथी