पंचायत चुनाव: बढ़ते दावेदारों के साथ ही सियासत में दखल देने वाले रसूखदारों की उड़ गई नींद

पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद संभावित प्रत्याशियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। रोज कोई न कोई नया चेहरा सामने आ रहा है। इसने जिला पंचायत सदस्य पद के पहले से दावेदारों के साथ ही सियासत में दखल देने वाले रसूखदारों की भी नींद उड़ा दी है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Fri, 02 Apr 2021 03:21 PM (IST) Updated:Fri, 02 Apr 2021 03:21 PM (IST)
पंचायत चुनाव: बढ़ते दावेदारों के साथ ही सियासत में दखल देने वाले रसूखदारों की उड़ गई नींद
दावेदारों के साथ ही सियासत में दखल देने वाले रसूखदारों की भी नींद उड़ा दी है।

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। Panchayat Elections: पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद संभावित प्रत्याशियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। रोज कोई न कोई नया चेहरा सामने आ रहा है। इसने जिला पंचायत सदस्य पद के पहले से दावेदारों के साथ ही सियासत में दखल देने वाले रसूखदारों की भी नींद उड़ा दी है।

जिले की 88 ग्राम पंचायतों में चुनाव है, जिसमें महज जिला पंचायत सदस्य पद की पांच सीट पर चुनाव होना है। इसके बावजूद राजनीतिक पार्टियों के दखल ने मुकाबला रोचक बना दिया है। प्राधिकरण अधिग्रहीत जिन 243 गांवों में चुनाव नहीं हो रहे हैं, उन गांवों से भी समृद्ध व रसूखदार ग्राम पंचायतों में पहुंचकर मतदाताओं का मन टटोल रहे हैं। गोत्र, बिरादरी व अहसानों को याद दिलाकर वे चेहते उम्मीदवारों को जिताने की विनती कर रहे हैं।

गिले-शिकवे कर रहे दूर

ग्राम पंचायतों में प्रधान पद के लिए दावेदारों की स्थिति लगभग साफ है। इसके बाद दावेदारों का ज्यादातर समय अपनों को मनाने में बीत रहा है। जिले में 19 अप्रैल को चुनाव होना है। दावेदारों के पास ज्यादा समय नहीं बचा है। ऐसे में चुनावी सरगर्मी तेज है।

भावी उम्मीदवार रूठे मतदाताओं को मनाने के लिए फोन से बात कर या फिर घर जाकर पुरानी बातों व गिले-शिकवे दूर करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि जीत का सेहरा उनके सिर बंध सके। जिले की सबसे बड़ी ग्राम पंचायतों में से एक दुजाना गांव में प्रधान पद के लिए करीब आधा दर्जन दावेदार हैं।

राजनीतिक दलों का संरक्षण लेने की होड़

जिले में जिला पंचायत सदस्य पद का चुनाव लड़ने को लेकर होड़ मची है। दावेदार बड़े राजनीतिक दलों का संरक्षण पाने को पूरा जोर लगा रहे हैं। जिन दावेदारों को राजनीतिक संरक्षण मिलने की उम्मीद नहीं हैं, उन्होंने बिना किसी राजनीतिक दल के चुनाव लड़ने का शंखनाद कर दिया है। गांव की गलियां व चौराहों पर लगे पोस्टर, बैनर चुनावी रणक्षेत्र में उतरने वाले इन सूरमाओं की जानकारी दे रहे हैं।

पंचायत चुनाव त्रिस्तरीय

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव प्रचार, नामांकन व अन्य चीजों के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। सभी को इनका कड़ाई से पालन करना होगा। खास यह कि कोविड संक्रमित चुनाव तो लड़ सकते हैं, लेकिन वह स्वयं नामांकन पत्र दाखिल नहीं करेंगे।

चुनाव के लिए आवेदन करने वालों को जिला निर्वाचन विभाग दिशा-निर्देशों की प्रति उपलब्ध कराएगा। प्रचार के दौरान नियम का पालन न करने पर प्रत्याशी के साथ ही उसके प्रचार में जुटे लोगों के खिलाफ नियम के तहत जिला प्रशासन कार्रवाई करेगा।

गौतमबुद्धनगर में पंचायत चुनाव दूसरे चरण में होने हैं। कोरोना संक्रमण का खतरा धीरे-धीरे बढ़ रहा है। ऐसे में चुनाव में मतदान करने से लेकर प्रचार, मतगणना में पूरी सतर्कता बरती जाएगी। नामांकन कक्ष के बाहर सैनिटाइजर अनिवार्य होगा। चुनाव लड़ने के इच्छुक लोग बिना मास्क लगाए नामांकन पत्र दाखिल नहीं कर सकेंगे। नामांकन प्रस्तुत करने के दौरान प्रत्याशी के साथ केवल एक व्यक्ति को ही कक्ष में प्रवेश दिया जाएगा।

अन्य व्यक्ति बाहर रहेंगे, उनके बीच शारीरिक दूरी का पालन अनिवार्य होगा। यदि कोई कोविड रोगी नामांकन करना चाहता है तो नामांकन पत्र अपने प्रस्तावक के द्वारा प्रस्तुत करेगा। उसे स्वयं कक्ष में जाने की इजाजत नहीं होगी । जब एक व्यक्ति नामांकन दाखिल कर रहा तो दूसरे का प्रवेश कक्ष में वर्जित रहेगा।

आवेदन करने वालों को इसका शपथ पत्र भी देना होगा कि परिणाम की घोषणा के बाद जुलूस या सभा करते हैं, तो कोविड-19 के नियम का पालन करेंगे। घर-घर प्रचार के दौरान प्रत्याशी सिर्फ पांच समर्थकों के साथ ही प्रचार करेंगे। मतदान केंद्र पर प्रत्येक व्यक्ति मास्क लगाकर ही प्रवेश करेगा। किसी प्रकार का संदेह होने पर ही उसका मास्क हटवाया जाएगा। कोविड संक्रमित व्यक्ति सबसे अंत में मतदान कर सकेंगे। इस दौरान संबंधित मतदाता के साथ ही केंद्र पर उपस्थित कर्मचारियों को पीपीई किट उपलब्ध कराई जाएगी।

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