अब राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान ने रद की 12वीं की परीक्षाएं, इन मानदंडों के आधार पर तैयार होगा रिजल्ट
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान ( एनआईओएस) ने 12वीं की परीक्षाएं रद कर दी हैं। सीबीएसई बोर्ड द्वारा कक्षा 12वीं की परीक्षा रद करने के फैसले के बाद शुक्रवार को एनआईओएस ने सीनियर सेकेंडरी पाठ्यक्रम की लिखित और प्रायोगिक परीक्षा रद करने का फैसला लिया है।
नोएडा, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान ( एनआईओएस) ने 12वीं की परीक्षाएं रद कर दी हैं। सीबीएसई बोर्ड द्वारा कक्षा 12वीं की परीक्षा रद करने के फैसले के बाद शुक्रवार को एनआईओएस ने सीनियर सेकेंडरी पाठ्यक्रम की लिखित और प्रायोगिक परीक्षाएं रद करने का फैसला लिया है।
एनआईओएस 12वीं के मूल्यांकन मानदंडों को तैयार करेगा और इस माह के अंत कर छात्रों को इसकी जानकारी की जाएगी। देशभर में कोरोना की स्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट कर छात्रों को इसकी जानकारी दी है। 2020-21 सत्र में एनआईओएस में 1.75 लाख शिक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया था।
असंतुष्ट छात्र दे सकेंगे आन डिमांड परीक्षा
एनआईओएस की चेयरमैन डॉ सरोज शर्मा ने बताया कि कोई भी शिक्षार्थी जो मूल्यांकन से संतुष्ट नहीं है, उसे अनुकूल स्थिति होने पर सार्वजनिक परीक्षाओं में या फिर आन-डिमांड परीक्षा (ओडीई) में शामिल होने का विकल्प दिया जाएगा। ऐसे परीक्षार्थियों का ओडीई या सार्वजनिक परीक्षा में परिणाम अंतिम माना जाएगा। कोरोना की स्थिति सामान्य होने के बाद परीक्षाएं आयोजित कराई जाएंगी।
उन्होंने बताया कि एनआईओएस की पैनल की कोशिश रहेगी की मूल्यांकन प्रक्रिया इस प्रकार रहे कि शिक्षार्थियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, जून के अंतिम सप्ताह तक मूल्यांकन मानदंडों की जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध कराई जाएगी। ऐसे में छात्रों को अंकों की चिंता नहीं रहेगी। गौरतलब है कि सीबीएसई की परीक्षा रद होने के बाद से ही एनआईओएस के छात्रों ने 12वीं की परीक्षा रद करने की मांग तेज कर दी थी। 12वीं के छात्र कई दिनों से इंटरनेट मीडिया पर भी अभियान चला रहे थे।