55 लाख हड़पने के लिए पत्नी ने पकड़ा था पैर, जीजा और किराएदार ने रस्सी से गला दबा कर की हत्या
एसीपी पीपी सिंह ने बताया कि अजीत की गुमशुदगी की शिकायत उसकी पत्नी कविता ने 28 जून को पुलिस से की लेकिन लिखित शिकायत नहीं दी। लिखित शिकायत चचेरे भाई संजय भाटी ने दी। पुलिस ने मामले की जांच की तो सभी के होश की उड़ गए।
ग्रेटर नोएडा [प्रवीण विक्रम सिंह]। सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र के शहदरा गांव में पत्नी ने जीजा व किराएदार के संग मिलकर पति की हत्या कर दी। 55 लाख के लिए पत्नी ने सात जन्म तक साथ रहने की खाई कसम तोड़ दी। पति को जमीन बेचकर 55 लाख मिले थे, पत्नी उस रकम को हड़पना चाहती थी। पुलिस ने आरोपित पत्नी उसके जीजा व दो किराएदार को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ की जा रही है। आरोपितों ने 27 जून को हत्या कर शव को झाझर गंग नहर में फेंक दिया था। शव अभी तक बरामद नहीं हो सका है।
सूरजपुर कोतवाली प्रभारी अजय कुमार ने बताया कि शहदरा गांव में अजीत भाटी (34) पत्नी कविता के साथ रहते थे। उनके तीन बच्चे है। गांव में अपनी जमीन उसने अपने ताऊ के लड़के संजय भाटी को 55 लाख में बेची थी। 23 जून को संजय भाटी ने रुपयों का भुगतान अजीत-कविता के संयुक्त खाते में किया। रकम मिलते ही कविता का इरादा बदल गया। उसने पति की हत्या की योजना तैयार कर ली। जीजा आदेश और किराएदार मोहित, कपिल के साथ मिलकर पति अजीत की हत्या 27 जून को की। मोहित बोरे में शव लेकर बाइक से झाझर गंग नहर तक गया। नहर में शव फेंक कर 28 जून की सुबह वापस आया। हत्या करने के लिए कविता ने मोहित को पांच लाख रुपये दिए थे।
डिलीवरी ब्वाय है मोहित
आरोपित मोहित फूड डिलीवरी ब्वाय है। आदेश ने उसको एडवांस में पचास हजार दिए। काम हो जाने के बाद पांच लाख रुपये दिए गए। मोहित इन रुपयों से बिजनेस शुरू करना चाहता था। इससे पहले राज खुल गया और आरोपित पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
ऐसे की हत्या
27 जून की रात अजीत शराब पीकर घर आया। कमरे में कविता ने उसको बंद कर दिया और मोहित, कपिल को बुला लिया। पत्नी ने अजीत के पैर पकड़ लिया और रस्सी से बांध दिया। इसके बाद रस्सी से मोहित वे गला दबाकर अजीत की हत्या कर दी।
ऐसे खुला हत्या का राज
एसीपी पीपी सिंह ने बताया कि अजीत की गुमशुदगी की शिकायत उसकी पत्नी कविता ने 28 जून को पुलिस से की, लेकिन लिखित शिकायत नहीं दी। लिखित शिकायत चचेरे भाई संजय भाटी ने दी। पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि अजीत के खाते से 15 लाख रुपये आदेश के खाते में ट्रांसफर की गई। पुलिस ने और गहराई से जांच की तो पता चला कि रकम कविता ने ट्रांसफर की थी और मकसद अजीत की हत्या कराना था।