नोएडा-ग्रेटर नोएडा के लोगों को लग सकता है झटका, वाहन प्रदूषण प्रमाण पत्र के लिए देना पड़ सकता है अधिक शुल्क
गौतमबुद्धनगर परिवहन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक करीब 20 रुपये की बढ़ोतरी की जा रही है। जिले में करीब 80 प्रदूषण जांच केंद्रों को इसके लिए जल्द निर्देश जारी किए जाएंगे। इसके अलावा जांच केंद्रों पर लगने वाले जुर्माने को भी बढ़ाने की तैयारी है।
नोएडा [अर्पित त्रिपाठी]। वाहनों के प्रदूषण प्रमाणपत्र के लिए अब नोएडा और ग्रेटर नोएडा के निवासियों को अधिक शुल्क देना पड़ सकता है। मिली जानकारी के मुताबिक गौतमबुद्धनगर परिवहन विभाग ने सभी वाहनों के प्रदूषण जांच की फीस में बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है। गौतमबुद्धनगर परिवहन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक करीब 20 रुपये की बढ़ोतरी की जा रही है। जिले में करीब 80 प्रदूषण जांच केंद्रों को इसके लिए जल्द निर्देश जारी किए जाएंगे। इसके अलावा जांच केंद्रों पर लगने वाले जुर्माने को भी बढ़ाने की तैयारी है।
जिले में करीब साढ़े सात लाख वाहन पंजीकृत हैं। इनमें दो पहिया, चार पहिया, बस, आॅटो, ट्रैक्टर, भारी वाहन आदि शामिल हैं। परिवहन विभाग में वाहन ट्रांसफर समेत अन्य कार्यों के लिए वाहन का प्रदूषण जांच प्रमाणपत्र होना जरूरी है। जानकारी के मुताबिक अब प्रदूषण जांच केेंद्र के आवंटन के लिए इसकी शर्तों को भी सरल किया जा रहा है। जल्द ही ये सभी बदलाव आनलाइन भी दिखने लगेंगे।
वाहन डीलरों के यहां भी हो सकेगी जांच
पिछले कई दिनों से मांग हो रही थी कि वाहन डीलरों के यहां भी प्रदूषण की जांच होकर प्रमाणपत्र मिल जाए। वाहनों के सर्विस के दौरान भी डीलर जांच ले यदि किसी के प्रमाणपत्र की वैधता खत्म हो गई तो तो उसका प्रमाणपत्र जारी कर दे। इससे लोगों को काफी सहूलियत होगी। एेसे में अब जल्द ये सुविधा लोगों को मिल सकती है।
वर्तमान में प्रदूषण प्रमाण पत्र के लिए शुल्क
वाहन पूर्व में शुल्क
दोपहिया (पेट्रोल) - 30 रुपये
तिपहिया (पेट्रोल, सीएनजी, एलपीजी) - 50 रुपये
चार पहिया (पेट्रोल, सीएनजी, एलपीजी)- 50 रुपये
डीजल वाहन - 80 रुपये
बता दें कि इन दिनों नोएडा-ग्रेटर नोएडा में हाई सिक्युरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट लगवाने की कवायद चल रही है, जिसके चलते लोगों को अतिरिक्त पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं।
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