एनआइओएस का 10वीं और 12वीं का मूल्यांकन फॉर्मूला जारी
जिन परीक्षार्थियों ने पांच में से चार विषय पूर्व में पास किए हैं उनकी मार्कशीट पास हुए तीन विषयों में अंक के एवरेज और टीएमए रेशियो पर तैयार होगा। जिन छात्रों ने दो से तीन विषय पास किए हैं उनके दो विषयों के आधार पर बाकी विषयों के अंक मिलेंगे।
नोएडा, जागरण संवाददाता। कोरोना के कारण इस वर्ष राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआइओएस) की ओर से बोर्ड परीक्षाएं संचालित नहीं की गईं। इस बीच छात्रों की मार्कशीट तैयार करने के लिए एनआइओएस ने अपनी वेबसाइट पर 10वीं और 12वीं का मूल्यांकन फामरूला जारी किया है। गौरतलब है कि 2020-21 सत्र में एनआइओएस में 1.75 लाख शिक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया था। इसी के साथ करीब दो लाख परीक्षार्थी पहले से एनआइओएस में पंजीकृत थे और पहले भी परीक्षा दे चुके थे, लेकिन सफल नहीं हुए। इस वर्ष तीन लाख 80 हजार परीक्षार्थियों को भी एनआइओएस की बोर्ड परीक्षा में शामिल होना था।
टीएमए के आधार पर तैयार होगा परिणाम
एनआइओएस में परीक्षार्थी पांच वर्ष के लिए पंजीकृत होते हैं। एक बार में सफल न होने के बाद वह लगातार विषयवार परीक्षा देते रहते हैं। एनआइओएस में परीक्षार्थियों की लिखित परीक्षा, प्रायोगिक परीक्षा (प्रैक्टिकल) और ट्यूटर माक्र्ड असाइनमेंट (टीएमए) के आधार पर परीक्षा परिणाम तैयार किया जाता है। इस वर्ष कोरोना के कारण परीक्षार्थी न ही लिखित परीक्षा दे सके और न ही प्रैक्टिकल तो अब उनका परिणाम टीएमए और अन्य विषयों के एवरेज अंक के आधार पर तैयार किया जा रहा है। 30 जुलाई तक परीक्षार्थियों को मार्कशीट जारी की जाएगी।
यह रहेगा फॉर्मूला
जिन परीक्षार्थियों ने पांच में से चार विषय पूर्व में पास किए हैं, उनकी मार्कशीट पास हुए तीन विषयों में मिले अंक के एवरेज और टीएमए रेशियो (अनुपात) के आधार पर तैयार होगा। इसी तरह जिन छात्रों ने दो से तीन विषय पास किए हैं, उनके दो विषयों के आधार पर बाकी विषयों के अंक मिलेंगे। जिन छात्रों ने एक भी विषय को पास नहीं किया है या फिर पहली बार पंजीकरण कराया है, उनका परिणाम उस विषय के एवरेज और टीएमए रेशियो पर तैयार किया जाएगा।
मूल्यांकन से असंतुष्ट दे सकेंगे आन डिमांड परीक्षा
एनआइओएस के अधिकारियों ने बताया कि प्रत्येक परीक्षार्थी के लिए एनआइओएस द्वारा पोर्टल पर डैशबोर्ड बनाया जाता है। छात्रों की सुविधा के लिए उनके डैशबोर्ड में ही मूल्यांकन प्रक्रिया का पूरा विवरण दिया गया है। यदि कोई छात्र एनआइओएस द्वारा निर्धारित मूल्यांकन मानदंड के आधार पर मिले अंकों से संतुष्ट नहीं है, तो वह बाद में आन-डिमांड मोड में परीक्षा में बैठ सकता है। लिखित परीक्षा का विकल्प चुनते ही उनके लिए लिखित परीक्षा में प्राप्त अंकों को अंतिम माना जाएगा।
वहीं, कोरोना की दूसरी लहर से लेकर अब तक आनलाइन पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए अब आफलाइन परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में परीक्षा कक्ष तैयार किए गए हैं। तीन माह तक घर में रहने के बाद आठ जुलाई को पहली बार परीक्षार्थी कालेज परिसर पहुंच आफलाइन परीक्षा देंगे। सीसीएसयू इस वर्ष केवल द्वितीय और अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षा करा रहा हैं, क्योंकि इस छात्रों को पिछले वर्ष प्रमोट किया गया था। हालांकि इस बार विवि ने परीक्षा का समय तीन घंटे से घटाकर डेढ़ घंटे कर दिया है।
दो और चार शिफ्ट में होगी परीक्षा
परीक्षा संचालक ने बताया कि छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें अलग-अलग शिफ्ट में बुलाया जा रहा है। आठ जुलाई से दो शिफ्ट में परीक्षा होगी। पहली साढ़े 12 बजे से दो और दूसरी साढ़े तीन बजे से पांच बजे की होगी। 15 जुलाई से चार शिफ्ट में परीक्षा संचालित की जाएंगी। जो सुबह साढ़े सात बजे से शुरू होकर शाम पांच बजे के अंतराल में कराई जाएगी। हर शिफ्ट में परीक्षा पूरी होने के बाद परीक्षा कक्षा को सैनिटाइज किया जाएगा, उसके बाद परीक्षार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। परीक्षा कक्षा में भी सैनिटाइजिंग मशीन रखी जाएंगी। कालेज के प्रवेश द्वार पर परीक्षार्थियों का तापमान जांचा जाएगा। मास्क अनिवार्य होगा। प्रत्येक परीक्षा कक्ष में 15 से 20 परीक्षार्थियों को ही बिठाया जाएगा।
परीक्षा के लिए कालेज में तैयारियां पूरी कर ली गई है। काफी समय से बंद पड़े कालेज परिसर को सैनिटाइज कराया गया है। परीक्षार्थियों की सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैं। - डॉ. सीमा शर्मा, प्राचार्य, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नोएडा