Greater Noida News: कस्बा बिलासपुर समेत आसपास के 36 स्वास्थ्य उपकेंद्र बदहाल

Greater Noida News सरकार ने भले ही स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त करने के मकसद से दशकों पहले तीस हजार आबादी पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व पांच हज़ार आबादी पर स्वास्थ्य उपकेंद्रों का निर्णाण कराया लेकिन धरातल पर स्थिति विपरीत देखने को मिल रही है।

By Jp YadavEdited By: Publish:Wed, 26 May 2021 05:45 PM (IST) Updated:Wed, 26 May 2021 05:58 PM (IST)
Greater Noida News: कस्बा बिलासपुर समेत आसपास के 36 स्वास्थ्य उपकेंद्र बदहाल
Greater Noida News: कस्बा बिलासपुर समेत आसपास के 36 स्वास्थ्य उपकेंद्र बदहाल

ग्रेटर नोएडा/बिलासपुर  [घनश्याम पाल]। गौतमबुद्धनगर जिले के दनकौर, बिलासपुर, मंडीश्याम नगर, चीती, बादौली, रामपुर खादर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले 36 स्वास्थ्य उपकेंद्र बदहाल है। सरकार ने भले ही स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त करने के मकसद से दशकों पहले तीस हजार आबादी पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व पांच हज़ार आबादी पर स्वास्थ्य उपकेंद्रों का निर्णाण कराया, लेकिन धरातल पर स्थिति विपरीत देखने को मिल रही है। कहीं भवन जर्जर हैं तो कहीं किसी ने कब्जा कर रखा है। सूने स्वास्थ्य केंद्रों में गंदगी व भूषा उपले जमा हैं। 

दस वर्ष से नहीं खुला खानपुर का उपकेंद्र 

मंडीश्याम नगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य उपकेंद्र खानपुर तो है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा कर्मचारी उपकेंद्र तक नहीं जाता, इन दिनों स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। उपकेंद्र गंदगी से अटा हुआ है, जो  दस वर्ष से बंद पड़ा हुआ है। जहाँ महिलाओं व बच्चों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया होती आज वहां भूंस उपले व पशुओं का अवैध कब्जा है। - मोनिका, खानपुर 

झाड़ियों से घिरा कनारसी का उपकेंद्र 

बिलासपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का कनारसी उपकेंद्र गंदगी से अटा हुआ है। चारो तरफ झाड़ियां उगी हुई हैं। सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया गया है। सुविधा मौजूद न होने के चलते उपकेंद्र में लगाया गया पैसा व्यर्थ गया है। ऐसी स्थिति में कोरोना की तीसरी लहर से स्वास्थ्य विभाग शासन प्रशासन निपटने की तैयारी में लगा है। -    अजय नागर, तालडा

खिड़की दरवाजे तक गायब घंघोला का उपकेंद्र 

मंडीश्याम नगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का घंघोला उपकेंद्र गंदगी से अटा है, स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते गांव के लोगों के लिए उपकेंद्र में कोई व्यवस्था उपलब्ध नहीं हो सकी है, जिससे परेशानी झेलनी पड़ती है। यहां तक की खिड़की दरवाजे तोडकर अवैध कब्जा गंदगी का अंबार लगा पड़ा है। - अशोक भाटी, घंघोला 

दादूपुर के उपकेंद्र में नहीं पहुंचे स्वास्थ्यकर्मी

बिलासपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का गांव दादूपुर में बने उपकेंद्र में स्वास्थ्यकर्मी जाते ही नहीं हैं। यह केंद्र सूना ही रहता है। जिसके चलते ग्रामीणों को मजबूरन निजी चिकित्सकों से उपचार कराना पड़ता है। बीरान उपकेंद्र पर जुवारी शराबी का अड्डा बन गया है। खिड़की दरवाजे बिजली वायरिंग तक गायब हो गई है। - संजय नागर, नवादा

ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है, स्वास्थ्य और प्रशासनिक अफसरों के साथ बैठक कर हालातों में सुधार कराया जा रहा है । क्षेत्र के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की मरम्मत व उपकरण मुहैया के बाद उपकेंद्रों का भी सुधार किया जाएगा। -  ठा. धीरेंद्र सिंह, क्षेत्रीय विधायक विधान सभा जेवर

जल्द ही इस तरह के उपकेंद्रों की सूची तैयार कर उपकेंद्रों में बदलाव कराया जाएगा, जिससे स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाया जा सके। -    डॉ. नरेंद्र तिवारी, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी पीएचसी दनकौर

माननीय सांसद डा. महेश शर्मा ने जल्द सभी उपकेंद्रों को अवैध कब्जा मुक्त करा संचालित कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन को पत्र लिखकर सुविधाएं मुहैया कराने को कहा है। -    सोनू वर्मा, क्षेत्रीय सांसद प्रतिनिधि दनकौर

ग्रामीण क्षेत्रों मे बने कई स्वास्थ्य उपकेंद्र तो ऐसे हैं, जो गंदगी से अटे हुए हैं। जिन जगहों पर आशा, एएनएम समेत स्वास्थ्यकर्मियों को बैठना चाहिए, उन जगहों पर पशु बैठे रहते हैं। इसके अलावा कई उपकेंद्र खंडहर हालत में तब्दील हैं, जिनमें खिड़की, गेट, हेंडपंप भी क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। छह लाख नब्बे हजार रुपये लागत से 2010 में बनाए गए उपकेंद्र ऐसी ही बदहाल स्थिति खानपुर, घंघोला, दादूपुर, कनारसी, सलारपुर, धनौरी, बिलासपुर आदि की बनी हुई है। 

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