Noida Property News: विजिलेंस जांच में बेनामी संपत्ति के मालिकों के नाम होंगे उजागर

Noida Property News कहा जा रहा है कि प्राधिकरण में पूर्व में तैनात रहे तमाम अधिकारी व कर्मचारी अकूत संपत्ति के मालिक हैं। उन्होंने बिल्डरों को अनुचित लाभ देकर अवैध तरीके से धन अर्जित किया है। काले धन से बेनामी संपत्ति भी बनाई।

By Jp YadavEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 08:56 AM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 10:27 AM (IST)
Noida Property News: विजिलेंस जांच में बेनामी संपत्ति के मालिकों के नाम होंगे उजागर
Noida Property News: विजिलेंस जांच में बेनामी संपत्ति के मालिकों के नाम होंगे उजागर

नोएडा [कुंदन तिवारी]। सुपरटेक मामले में शासन के निर्देश पर विजिलेंस में 24 अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया हैं और इनकी विजिलेंस जांच भी शुरू हो चुकी है। जैसे-जैसे जांच का दायरा आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे अधिकारियों की मुसीबत बढ़नी भी तय मानी जा रही है। बताया जाता है कि प्राधिकरण में पूर्व में तैनात रहे तमाम अधिकारी व कर्मचारी अकूत संपत्ति के मालिक हैं। उन्होंने बिल्डरों को अनुचित लाभ देकर अवैध तरीके से धन अर्जित किया है। काले धन से बेनामी संपत्ति भी बनाई। यहीं नहीं तमाम बिल्डरों के यहां पर भी अधिकारी, कर्मचारियों की रकम लगी है। औद्योगिक, वाणिज्यक, संस्थागत, आइटी भूखंडों में भी अवैध धन को खपाया गया है। विदेश में भी कई अधिकारियों ने काली कमाई को खपाया है। सूत्रों की मानें तो एक अधिकारी देश छोड़कर आस्ट्रेलिया में जा बसे हैं।

हालांकि इन संपत्तियों पर दूसरों के नाम दर्ज है, लेकिन असली मालिक की जानकारी शहर में चर्चा का विषय है। विजिलेंस जांच में बेनामी संपत्ति के असली मालिकों के नाम उजागर होंगे। सूत्र बताते है कि स्पेशल इंवे¨स्टगेशन टीम (एसआइटी) की ओर से जब से शासन को जांच रिपोर्ट सौंपी गई है, तब से 24 आरोपित अधिकारियों के नाम शहर में चर्चा का केंद्र बने हुए हैं।

बताया जा रहा है कि तमाम अधिकारी व कर्मचारी ऐसे है, जो 500 से एक हजार करोड़ रुपये के मालिक हैं। इनकी संपत्ति केवल नोएडा में ही नहीं है, बल्कि दिल्ली, हरियाणा, मुंबई, उत्तराखंड, हिमाचल तक में बेनामी संपत्ति का जाल फैला हुआ है। कुछ के होटल, स्कूल, कालेज, रिसार्ट, पब-बार अस्पताल तक में निवेश किया हुआ है। इस बेनामी संपत्ति से प्रतिमाह हजारों करोड़ रुपये की आमदनी हो रही है। कुछ अधिकारियों ने आस्ट्रेलिया में भी धन खपाया है। सबसे अधिक चौकाने वाली बात यह है कि उन्होंने बिल्डरों से कमाई गई रकम को खपाने में इस्तेमाल किया गया है।

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