UP Flat News: नोएडा-ग्रेटर नोएडा में जटिलताओं में फंसी मल्टीपल प्वाइंट कनेक्शन योजना
Noida Flat Electrical Connection बहुमंजिला सोसाइटियों में लोगों को अपना खुद का कनेक्शन लेने का विकल्प दिया था लेकिन आठ माह बाद भी यह योजना रफ्तार नहीं पकड़ पा रही है। पहले चरण में 10 सोसाइटियों में 12 हजार फ्लैट में मल्टीपल प्वाइंट कनेक्शन प्रस्तावित हैं।
नई दिल्ली/नोएडा [अजय चौहान]। विद्युत नियामक आयोग ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा दोनों ही शहरों में बहुमंजिला सोसाइटियों में लोगों को अपना खुद का कनेक्शन लेने का विकल्प दिया था, लेकिन आठ माह बाद भी यह योजना रफ्तार नहीं पकड़ पा रही है। पहले चरण में 10 सोसाइटियों में 12 हजार फ्लैट में मल्टीपल प्वाइंट कनेक्शन प्रस्तावित हैं, जबकि निगम अभी तक केवल तीन में ही शुरू कर पाया है।
कनेक्शन शुल्क, पावर बैकअप को लेकर उपभोक्ता आगे नहीं आ रहे हैं। बिल्डर व आरडब्ल्यूए भी लगातार अड़ंगा लगा रहे हैं। इसके चलते फ्लैट मालिक आर्थिक नुकसान के बावजूद कनेक्शन नहीं ले रहे हैं। नियामक आयोग के निर्णय से पहले विद्युत निगम केवल सोसाइटी को कनेक्शन देता था, जबकि सोसाइटी के अंदर विद्युत वितरण बिल्डर या आरडब्ल्यूए अपने स्तर से करते थे। इसमें बिल्डर व आरडब्ल्यूए निवासियों से फिक्स चार्ज व बिजली बिल ज्यादा दर से वसूलते हैं। इसे देखते हुए नियामक आयोग ने बहुमंजिला सोसाइटियों में मल्टीपल प्वाइंट लगाने का विकल्प दिया था, लेकिन अब निवासी आगे नहीं आ रहे हैं। निगम की टीम लगातार जागरूकता शिविर लगा रही है।
कामन एरिया व पावर बैकअप की स्थिति
मल्टीपल प्वाइंट कनेक्शन के बावजूद लोगों को कामन एरिया व लिफ्ट के लिए बिल्डर व आरडब्ल्यूए पर निर्भर रहना होगा। ऐसे में वह भी अड़ंगा लगा रहे हैं।
निवासियों को होगा फायदा
विद्युत निगम के मुख्य अभियंता वीएन सिंह ने बताया कि मल्टी प्वाइंट कनेक्शन लेने पर रेजिडेंट्स के मासिक बिल में करीब 25 प्रतिशत की कमी आ जाएगी। निगम केवल ड्यूल मीटर का शुल्क उपभोक्ता से ले रहा है। इसके अलावा कोई चार्ज नहीं ले रहा है।
कनेक्शन शुल्क
रेजिडेंट्स पहले ही बिल्डर को बिजली कनेक्शन का शुल्क दे चुके है। ऐसे में अब दोबारा शुल्क लेने पर लोगों को आपत्ति है।
सहमति नहीं बनना
सोसाइटी में सभी रेजिडेंट्स मल्टी प्वाइंट कनेक्शन नहीं लेना चाहते हैं। खासकर ऐसे उपभोक्ता जिन्होंने निवेश के उद्देश्य से फ्लैट लिया है।