जानिये- कौन हैं जयवती नागर, जिन्होंने गौतमबुद्धनगर में बचाई बसपा सुप्रीमो मायावती की लाज

पूर्व केद्रीय मंत्री डाक्टर महेश शर्मा राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र नागर गन्ना संस्थान के अध्यक्ष नवाब सिंह नागर व भाजपा जिलाध्यक्ष विजय भाटी समेत सभी ने पार्टी प्रत्याशी गीता नागर के लिए घर-घर जाकर वोट मांगे लेकिन इन सब पर जयवती नागर व उनके पति गजराज नागर भारी पड़े।

By Jp YadavEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 02:07 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 02:18 PM (IST)
जानिये- कौन हैं जयवती नागर, जिन्होंने गौतमबुद्धनगर में बचाई बसपा सुप्रीमो मायावती की लाज
जानिये- कौन हैं जयवती नागर, जिन्होंने गौतमबुद्धनगर में बचाई बसपा सुप्रीमो मायावती की लाज

नोएडा [धर्मेद्र कुमार]। गौतमबुद्धनगर में हुए जिला पंचायत सदस्य की पांच में से तीन सीटें भारतीय जनता पार्टी ने अपने नाम की हैं। परिणाम के तहत वार्ड एक, तीन और पांच पर भाजपा प्रत्याशी को जीत मिली है, वहीं वार्ड दो से बसपा प्रत्याशी जयवती नागर और वार्ड पांच से निर्दलीय प्रत्याशी सुनील भाटी ने बाजी मारी। जिला पंचायत सदस्य पद के लिए 52 प्रत्याशी मैदान में थे। वार्ड नंबर दो पर बसपा प्रत्याशी और पूर्व जिला पंचायत चेयरमैन जयवती नागर ने 10,391 मत हासिल कर जीत दर्ज की। यहां मुकाबला रोमांचक रहा। इस कारण जीत का अंतर काफी कम रहा। जयवती ने प्रतिद्वंद्वी व भाजपा प्रत्याशी गीता नागर (9614 वोट) को 777 वोट से हराया। 

जयवती नागर ने बचाई बसपा सुप्रीमो की लाज

वार्ड दो से चुनाव जीती बसपा की जयवती नागर पूर्व में जिला पंचायत चेयरमैन रह चुकी है। वह पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के पैतृक गांव बादलपुर की रहने वाली है। इस वजह से यह सीट सबसे चर्चित रही। बसपा को घेरने के लिए इस वार्ड में भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी थी। पूर्व केद्रीय मंत्री डॉक्टर महेश शर्मा, राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र नागर, गन्ना संस्थान के अध्यक्ष नवाब सिंह नागर व भाजपा जिलाध्यक्ष विजय भाटी समेत सभी ने पार्टी प्रत्याशी गीता नागर के लिए घर-घर जाकर वोट मांगे, लेकिन इन सब पर जयवती नागर व उनके पति गजराज नागर भारी पड़े। उन्होंने अकेले चुनाव की कमान संभाली थी। जयवती के जीतने से बसपा सुप्रीमों मायावती की लाज भी बच गई।

बता दें कि जयवती नगर गौतमबुद्ध नागर जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। वह बहुजन समाज पार्टी के कद्दावर नेता गजराज नागर की पत्नी हैं। बड़ी बात यह है कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी गीता नागर को कड़े मुकाबले में हराया है। जयवती नागर को 10,391 वोट मिले हैं। वहीं, भाजपा की गीता नागर को 9,614 वोट मिले हैं। इस तरह कांटे की टक्कर में जयवती नागर ने 777 मतों से जीत हासिल की है।

जीत के पीछे रही यह अहम बात

जयवती नागर और गजराज नागर के बारे में कहा जाता है कि दोनों लगातार जमीनी स्तर पर काम करते हैं। यही वजह है कि आम जनता के बीच दोनों की पैठ थी और विपक्ष में रहने के बावजूद जयवती नागर ने भाजपा प्रत्याशी को हराने में कामयाबी हासिल की। 

जिला पंचायत के तीन सदस्य बने गुर्जर

गौतमबुद्धनगर में जिला पंचायत की पांच सीटें हैं। तीन पर गुर्जर प्रत्याशियों ने जीत हासिल की। एक पर जाट व अनुसूचित जाति की प्रत्याशी विजयी रही। भाजपा से तीन, बसपा से एक व निर्दलीय के रूप में एक प्रत्याशी ने जीत हासिल की।

कई का बढ़ा कद, तो कुछ को हुआ नुकसान

जिला पंचायत चुनाव में सांसद महेश शर्मा, राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र नागर मुख्य रूप से किंगमेकर की भूमिका में उभरे। वार्ड एक की प्रभारी विमला बाथम, तीन के प्रभारी योगेंद्र चौधरी व पांच के प्रभारी तेजा गुर्जर ने अपने प्रभार वाली सीट जिताकर पार्टी में अपना कद बढ़ाया। वहीं, जिले के कई अन्य नेताओं का वजूद कम हुआ।

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