सीएम ने अगर मान ली यह बात तो नोएडा के सभी स्कूलों के बच्चे होंगे ईडब्ल्यूएस श्रेणी के छात्र
समिति ने उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम पत्र लिखकर कहा है कि अगर वैश्विक महामारी के दौरान सरकार द्वारा यदि कोई मदद नहीं की गई तो ज्यादातर विद्यालय जल्द ही अपनी आर्थिक स्थिति के कारण बंद हो जाएंगे।
नोएडा [सुनाक्षी गुप्ता]। कोरोना काल में लंबे समय तक स्कूल बंद रहने के कारण जहां एक तरफ बच्चे और अभिभावक परेशान हुए हैं, वहीं दूसरी ओर निजी स्कूलों के लिए अब मुसीबतें बढ़ती जा रही है। मंगलवार को जिला पब्लिक स्कूल वेलफेयर समिति के पदाधिकारी गौतमबुद्धनगर जिलाधिकारी से मिलने कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंचे और उन्हें अपनी समस्याएं बताते हुए ज्ञापन सौंपा। समिति की मांग है कि प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के मान्यता प्राप्त वित्तविहीन विद्यालयों को आर्थिक सहायता पहुंचाई जाए या विद्यालयों को खोलने की अनुमति प्रदान की जाए।
जनपद में करीब 3 हजार से ज्यादा स्कूल
समिति के अध्यक्ष दिनेश चौहान ने बताया कि जनपद में लगभग 3 हजार मान्यता प्राप्त प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित हैं, जिसमें लगभग 30 हजार अध्यापक- अध्यापिका कार्यरत है। इन विद्यालयों में जो छात्र-छात्राएं शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, उनके अभिभावक लॉकडाउन व उसके बाद भी विद्यालय की फीस देने की स्थिति में नहीं है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम पत्र लिखकर मांगी सहायता
विद्यालय बंद होने के कारण शिक्षण शुल्क जमा नहीं कर पा रहे हैं। समिति ने उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम पत्र लिखकर कहा है कि अगर वैश्विक महामारी के दौरान सरकार द्वारा यदि कोई मदद नहीं की गई तो ज्यादातर विद्यालय जल्द ही अपनी आर्थिक स्थिति के कारण बंद हो जाएंगे और इन विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं और पढ़ाने वाले शिक्षकों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा।
आर्थिक तंगी के कारण नहीं चुका पा रहे शिक्षकों का वेतन और विद्यालय का भवन का किराया
इसके साथ ही समिति ने शैक्षणिक सत्र 2020-21 में इन विद्यालयों में पंजीकृत सभी छात्र-छात्राओं को ईडब्ल्यूएस श्रेणी में मानकर शुल्क प्रतिपूर्ति की व्यवस्था करने की मांग की है, जिससे सभी विद्यालय अपने शिक्षकों का वेतन तथा विद्यालय भवन का किराया चुका सके।
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