किसानों के एक गुट ने नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ खोला मोर्चा, सुखवीर पहलवान पुलिस हिरासत में
Farmers Protest नोएडा प्राधिकरण में भारतीय किसान परिषद के नेतृत्व में होने वाले किसानों के धरना प्रदर्शन की नोएडा पुलिस ने बुधवार को हवा ही निकाली दी। मुख्य नेतृत्व कर्ता सुखवीर पहलवान समेत तीन किसानों को हिरासत में लेने के बाद पुलिस लाइन भेजा गया है।
नई दिल्ली/नोएडा [कुंदन तिवारी]। नोएडा प्राधिकरण में भारतीय किसान परिषद के नेतृत्व में होने वाले किसानों के धरना प्रदर्शन की नोएडा पुलिस ने बुधवार को हवा ही निकाली दी। मुख्य नेतृत्व कर्ता सुखवीर पहलवान समेत तीन किसानों को हिरासत में लेने के बाद पुलिस लाइन भेजा गया है। इससे पहले मंगलवार रात को 39 किसान नेताओं को पुलिस ने घर से उठा लिया था। किसान धरना प्रदर्शन प्राधिकरण कार्यालय पर नहीं कर सकें इसके लिए करीब 10 किलोमीटर की परिधि में पुलिस ने घेराबंदी की है। उधर, पुलिस लाइन जाते समय सुखबीर खलीफा ने कहा आंदोलन जारी रहेगा। लोकतंत्र की हत्या बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बता दें कि गांव के विकास और आबादी निस्तारण की मांग को लेकर भारतीय किसान परिषद के तत्वावधान में सेक्टर-छह स्थित नोएडा प्राधिकरण पर नोएडा के किसानों ने बुधवार को धरना-प्रदर्शन करने की घोषणा की है। धरने को लेकर पुलिस विभाग अलर्ट पर है। बुधवार सुबह से ही नोएडा और ग्रेटर नोएडा में जगह-जगह बैरिकेडिंग की जा रही है। इससे पहले मंगलवार को सदरपुर, बहलोलपुर, होशियारपुर, सर्फाबाद, बरौला और गेझा सहित अन्य जगहों से कुल 39 किसान नेताओं को नोएडा पुलिस ने देर रात गिरफ्तार कर लिया।
एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि सुरेंद्र प्रधान और गौरव चौहान सहित कुल 39 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। किसी भी हालत में कानून एवं व्यवस्था को ध्वस्त होने नहीं दिया जाएगा। कई अन्य किसान नेता भी पुलिस के रडार पर हैं। आगामी त्योहार और कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिले में धारा-144 लागू है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है। धरने को लेकर देर रात तक पुलिस विभाग के शीर्ष अधिकारियों ने बीच वार्ता होती रही।
वहीं किसानों का कहना है कि शासन और प्रशासन की ओर से उनकी जायज मांगों को दबाने का काम किया जा रहा है। बंदिशों के बावजूद बुधवार को प्राधिकरण पर हजारों किसान एकत्र होकर अपना विरोध जाहिर करेंगे। साथ ही किसान नेताओं ने मंगलवार को महिलाओं और बच्चों से भी प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की है। वहीं, किसान नेता दिनेश अवाना सहित कई अन्य लोगों को पुलिस की ओर से नोटिस भी भेजी गई है।
नोटिस में कहा गया है कि आगामी धरना और प्रदर्शन की आड़ में इनकी ओर से जानबूझकर ऐसा अपराध किया जा सकता है, जिससे कानून एवं व्यवस्था को चोट पहुंचे और नए कृषि कानून भंग हो। अगर ऐसा कुछ होता है तो उक्त व्यक्तियों के खिलाफ कठोर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने इन लोगों को प्रदर्शन से दूरी बनाए रखने और कानून का पालन करने की अपील की है।
किसानों की मांगों का किया समर्थन
वहीं, भारतीय किसान परिषद के तत्वावधान में बुधवार से नोएडा प्राधिकरण पर होने जा रहे प्रदर्शन का समाजवादी पार्टी (सपा) ने समर्थन का एलान किया है। सुनील चौधरी ने कहा कि सपा किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। किसानों के हक के लिए अगर उन्हें जेल जाना पड़े या लाठियां खानी पड़े तो वह पीछे नहीं हटेंगे। प्राधिकरण के अधिकारी किसानों की मांगों को नजरअंदाज करते आ रहे हैं। किसानों के प्रदर्शन में सपा भी हिस्सा लेगी। प्राधिकरण ने किसानों को 10 फीसद प्लाट और 64 फीसद अतिरिक्त मुआवजा देने की बात कही गई थी, जो अभी भी अधूरी है। गांव में नक्शा नीति कामयाब नहीं है। सेक्टरों के लोगों और गांव के लोगों के रहन सहन में काफी फर्क होता है। किसानों को जो पांच फीसद के प्लाट दिए गए हैं, वहां पर किसानों को कामर्शियल गतिविधियों को भी जारी रखने की इजाजत दी जाए।