Coronavirus: घर से निकलने से पहले जरूर पढ़ लें यह खबर, वरना देना होगा 10000 रुपये का फाइन
Locodown के कारण नोएडा एवं गाजियाबाद में ज्यादा सख्ती देखी जा रही है। आपको बता दें कि अगर आप बिना मास्क के पहली बार पकड़े गए तो यूपी में आपका एक हजार रुपये का फाइन होगा वहीं दूसरी बार दस हजार रुपये का फाइन होगा।
नोएडा/गाजियाबाद, ऑनलाइन डेस्क। कोरोना वायरस के केस कम होने के बावजूद दिल्ली-एनसीआर में सरकार लॉकडाउन को आगे बढ़ा रही है। यूपी में योगी सरकार ने शनिवार को उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन (UP Lockdown) को एक हफ्ते के लिए आगे बढ़ाने का एलान किया उसके बाद रविवार की शाम होते होते दिल्ली (Delhi Lockdown) और हरियाणा (Haryana Lockdown) में भी लाॅकडाउन आगे बढ़ाने की खबर लोगों तक पहुंच गई। आपको बता दें कि कोरोना के केस कम होने के बावजूद लोगों को लॉकडाउन में अभी एक हफ्ते और रहना होगा हालांकि इस दौरान पहले से कहीं ज्यादा सख्ती देखी जा रही है। आपको बता दें कि अगर आप बिना मास्क के पहली बार पकड़े गए तो यूपी में आपका एक हजार रुपये का फाइन होगा वहीं अगर आप दूसरी बार पकड़े गए तो आपका दस हजार रुपये का फाइन होगा। लोगों में संक्रमण ना फैले इसके लिए पुलिस लगातार जागरुकता अभियान के साथ सख्ती भी बरत रही है।
गांव को कोरोना मुक्ति के लिए प्रशासन ने शुरू किया अभियान
इधर नोएडा के गांव व देहात क्षेत्रों को कोरोना से मुक्ति दिलाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से अभियान शुरू किया जाएगा। अभियान में सफल रहने पर जिले के 3 गांवों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। गांवों में संक्रमण फैलने के साथ मृत्यु दर में इजाफा हुआ है। कोरोना दर कम हो इसके लिए मेरा गांव, कोरोना मुक्त अभियान शुरू किया जाएगा। गांव में लोगों को प्रशिक्षण दिया जाएगा कि कोरोना से बचाव से कैसे बचा जा सकता है। यदि कोई बचाव का प्रशिक्षण देता है तो उसे पूरी जानकारी दी जाएगी।
जिले में कोरोना की स्थिति लगातार विकट है। अस्पतालों में मरीज भरे पड़े हैं, लेकिन पिछले एक महीने से संक्रमण की दर तेजी से घट रही है। अब तय किया गया है कि प्रत्येक जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति मापी जाए।वायरस का प्रसार क्या है। सारी स्थितियों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने तय किया है कि जिले के तीन गांव ऐसे चिह्नित किए जाएंगे। जहां संक्रमण की दर काफी कम है। उन तीनों में संक्रमण दर कम को खोजा जाएगा। उसी के आधार पर तीन गांवों को पुरुस्कृत किया जाएगा। गांवों में कोरोना की स्थिति, जमीनी हालात व अन्य स्थिति पर चर्चा होगी।