जर्जर स्वास्थ्य उपकेंद्र घंघोला की जीर्णोद्धार की मांग, स्थानीय लोगों ने की प्रशासन से शिकायत

एक दशक पहले घंघोला गांव में स्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण छह लाख नब्बे हजार रुपये लागत से बनाया गया था। सालों से जर्जर अवस्था में होने के कारण ग्रामीण सरकार द्वारा चलाई जा रही। स्वास्थ्य सेवाओं से बंचित हैं।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Fri, 28 May 2021 10:21 PM (IST) Updated:Fri, 28 May 2021 10:21 PM (IST)
जर्जर स्वास्थ्य उपकेंद्र घंघोला की जीर्णोद्धार की मांग, स्थानीय लोगों ने की प्रशासन से शिकायत
मुख्यमंत्री पोर्टल पर उपकेंद्र की मरम्मत कराने की मांग की है।

बिलासपुर [घनश्याम पाल]। एक दशक पहले घंघोला गांव में स्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण छह लाख नब्बे हजार रुपये लागत से बनाया गया था। सालों से जर्जर अवस्था में होने के कारण ग्रामीण सरकार द्वारा चलाई जा रही। स्वास्थ्य सेवाओं से बंचित हैं। जबकि ग्रामीण स्वास्थ्य विभाग सहित जिला प्रशासन से जर्जर उपकेंद्र की मरम्मत कराने की अनदेखी पर रोष है। पर्यावरण संरक्षण समिति द्वारा मुख्यमंत्री पोर्टल पर उपकेंद्र की मरम्मत कराने की मांग की है।

उपकेंद्र की वायरिंग, खिड़की दरवाजे, उपकरण चोरी हो गए है। कमरों में पशुओं के बांधने के कारण फर्स टूट गए है। उपले भूंस आदि भर ग्रामीण कब्जा कर लिया है। स्वास्थ्य कर्मी गांव के चौपाल पर बैठ कर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने की कोशिश कर रही है।

क्षेत्र के अधिकतर स्वास्थ्य उपकेंद्र जर्जर अवस्था में होने के कारण मुख्यमंत्री पोर्टल सहित प्रशासन से शिकायत की गई है। जल्द उपकेंद्र की अव्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो ग्रामीणों संग आंदोलन करेंगे। -संजय नवादा, अध्यक्ष पर्यावरण संरक्षण समिति

"जल्द स्वास्थ्य उपकेंद्र सूचीबार मरम्मत करा संचालित कराने का प्रयास किया जा रहा है। -  डा. नरेंद्र तिवारी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी पीएचसी दनकौर

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