Crime News: पबजी गेम की एक्टिंग के दौरान यूपी पुलिस के दो सिपाहियों के चार बच्चों को लगी गोली
जिस घर में गोली चली वहां एक किशोर पबजी गेम की एक्टिंग कर रहा था। उसके हाथ में मौजूद तमंचे से गोली लगी जो कि दीवार में लगने के बाद एक पक्ष के चार बच्चों को लग गई।
ग्रेटर नोएडा [प्रवीण विक्रम सिंह]। दनकौर कोतवाली क्षेत्र के दादुपुर गांव में रविवार दोपहर एक घर में अचानक गोली चली। गोली की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो देखा कि चार बच्चे खुन से लथपथ घायल अवस्था में जमीन पर पड़े हुए थे। गोलीकांड से गांव में अफरा-तफरी मच गई। सभी को उपचार के लिए अस्पताल में लाया गया। चारों बच्चे उत्तर प्रदेश पुलिस के दो सिपाहियों के हैं।
निजी अस्पताल में चल रहा चारों बच्चों का उपचार
बताया गया है कि जिस घर में गोली चली वहां एक किशोर पबजी गेम की एक्टिंग कर रहा था। उसके हाथ में मौजूद तमंचे से गोली लगी जो कि दीवार में लगने के बाद एक पक्ष के चार बच्चों को लग गई। मामले में कोई लिखित तहरीर अभी पुलिस को नहीं मिली है, लेकिन बच्चों के स्वजन ने घटना को संदिग्ध मानते हुए मीडिया के सामने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
पीड़ित पक्ष ने मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की
दादूपुर निवासी रणवीर नागर बुलंदशहर जिला कारागार में जेल वार्डन (सिपाही) के पद पर तैनात है। वहीं अमित कुमार यूपी पुलिस में सिपाही है। वह बुलंदशहर के अलीपुर गांव का रहने वाला है। उसका बेटा दीपू 13 व बेटी एनी 11 वर्ष स्कूल की छुट्टियां होने की वजह से नाना के घर दादूपुर आए हुए थे।
रविवार दोपहर वह अपने मामा रणवीर के बेटे आयुष 10 व बेटी अदिति 13 के साथ घर के बाहर खेल रहे थे। स्वजन का आरोप है कि इसी दौरान पड़ोस की ही एक किशोरी चारों को अपने घर खेलने के लिए बुलाकर लेकर गई। वहां पहले से छह बच्चे और खेल रहे थे। तभी एक दस वर्षीय किशोर अपने पिता की अलमारी में रखे तमंचे को निकालकर ले आया और पबजी गेम के नायक की तरह अभिनय करने लगा।
एक्टिंग में किशोर के हाथ में मौजूद तमंचे से गोली चली। तमंचा पहले से ही लोड था, जिसकी जानकारी किशोर को नही थी। कमरे की दीवार से एक ही गोली टकराकर वहां मौजूद दीपू के पेट, एनी के पैर व आयुष के सिर में लगी। अदिति भी गोली की चपेट में आने से घायल हो गई। गोली चलने की आवाज सुनकर ग्रामीण जब मौके पर पहुंचे तो बच्चे लहुलुहान हालत में जमीन पर पड़े थे और उनके शरीर से खून निकल रहा था। बच्चों के दादा व नाना ऋषिपाल नागर घायलों को कंधे पर लेकर अस्पताल के लिए भागे। ग्रामीणों ने गाड़ी मंगवाई और सभी घायलों को उपचार के लिए कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया।
पबजी गेम खेलने का शौकीन है आरोपित किशोर
बताया गया है कि आरोपित किशोर पबजी गेम खेलने का शौकीन है। भारत सरकार द्वारा गेम पर पाबंदी लगाने के बाद से किशोर उदास रहने लगा था। रविवार को आसपास के बच्चों को इकट्ठा कर गेम खेलने का अभिनय करने लगा। घटना के बाद जब अन्य बच्चे घायल हो गए तो आरोपित किशोर घबराकर रोने लगा। वहीं अन्य बच्चे भी जोर-जोर से चीखने चिल्लाने लगे।
किशोर से पूछताछ कर रही पुलिस
सूत्रों ने दावा किया है कि पुलिस ने किशोर को हिरासत में लेकर बाल सुरक्षा अधिकारी को सौंप दिया। किशोर से पूछताछ की जा रही है कि घटना के पीछे क्या कारण है। वहीं किशोर ने पुलिस की पूछताछ में अभी तक बताया है कि खेल खेल में घटना हुई है।
डाक्टरों के मुताबिक घायलों की हालत खतरे से बाहर है। मामले की जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया पता चला है कि गोली बच्चों के खेलने के दौरान चली है।
विशाल पांडे, एडिशनल डीसीपी ग्रेटर नोएडा
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो