Jagran Forum 2021: सीएम योगी आदित्यनाथ ने नोएडा को लेकर फिर तोड़ा 3 दशक पुराना मिथक
Jagran Forum 2021 उत्तर प्रदेश की राजनीति में मान्यता है कि जो भी वर्तमान मुख्यमंत्री नोएडा (गौतमबुद्धनगर) आता है उसकी सत्ता छिन जाती है। कालांतर में ऐसा होता भी आया है लेकिन सीएम योगी बार-बार जिले में आकर यह मिथक तोड़ रहे हैं।
नोएडा, जागरण डिजिटल डेस्क। ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपोर्ट सेंटर एंड मार्ट में आयोजित जागरण विमर्श में बुधवार को पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर नोएडा (गौतमबुद्धनगर) को लेकर 3 दशक पुराना एक मिथक तोड़ा है। उत्तर प्रदेश की राजनीति में मान्यता है कि जो भी वर्तमान मुख्यमंत्री नोएडा (गौतमबुद्धनगर) आता है, उसकी सत्ता छिन जाती है। कालांतर में ऐसा होता भी आया है। 23 सालों के दौरान सिर्फ मायावती ने ही बतौर मुख्यमंत्री रहते नोएडा का दौरा किया था और अब मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मिथक को बार तोड़ा है। सीएम योगी अब तक आधा दर्जन से अधिक बार नोएडा-ग्रेटर नोएडा आ चुके हैं। हालांकि, इससे पहले मायावती ने नोएडा का दौरा किया था, जिसके बाद उनकी सत्ता चली गई। इसमें एक और बात शामिल है कि अखिलेश यादव ने बतौर मुख्यमंत्री रहते नोएडा का दौरा नहीं किया, लेकिन उनकी सत्ता फिर भी चली गई।
बुधवार को ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपोर्ट सेंटर एंड मार्ट में पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन की शुरुआत ही नोएडा को लेकर बनी रूढ़ी से की। उन्होंने कहा कि एनसीआर का यह क्षेत्र अलग-अलग कारणों से जाना जाता है। खास तौर पर गौतमबुद्ध नगर जनपद क्षेत्र को पूर्व के मुख्यमंत्रियों द्वारा अभिशप्त माना जाता था। हम इस रूढ़िवादी परंपरा को तोड़ा है।
गौरतलब है कि इससे पहले यूपी के वर्तमान मुख्यमंत्रियों के नोएडा में नहीं आने के मिथक को योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2017 में तोड़ दिया था। दरअसल, 25 दिसंबर, 2017 को नोएडा के बाटनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन पर होने वाले मेजेंटा लाइन के उद्घाटन समारोह की तैयारियों का जायजा लेने आए थे, जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन किया था। उस दौरान भी योगी ने कहा था- 'मैं 25 दिसंबर को होने वाले कार्यक्रम का मुआयना करने आया हूं। इस तरह मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को नोएडा को लेकर इस मिथक को तोड़ दिया कि यहां आने से सीएम की कुर्सी चली जाती है।
कुछ साल पहले बतौर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दावा किया था कि नोएडा बस एक मिथक है और वो इसे तोड़कर रहेंगे। यही वजह है कि उन्होंने एक नहीं, बल्कि आधा दर्जन बार नोएडा आकर लोगों को यह बताया कि यह अंधविश्वास है और मिथक है, इसमें कोई सच्चाई नहीं है।