घोर लापरवाही! सिर में लगी थी गोली, जिला अस्पताल में डॉक्टर ने पट्टी की और भेज दिया घर

एक शख्स के सिर में गोली लगी थी। गोली सिर के अंदर थी लेकिन डॉक्टरों ने यूं ही मरहम पट्टी करके उसे घर भेज दिया।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Fri, 09 Aug 2019 07:07 PM (IST) Updated:Fri, 09 Aug 2019 07:07 PM (IST)
घोर लापरवाही! सिर में लगी थी गोली, जिला अस्पताल में डॉक्टर ने पट्टी की और भेज दिया घर
घोर लापरवाही! सिर में लगी थी गोली, जिला अस्पताल में डॉक्टर ने पट्टी की और भेज दिया घर

नोएडा, जेएनएन। दिल्ली से सटे नोएडा में जिला अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, एक शख्स के सिर में गोली लगी थी। गोली सिर के अंदर थी लेकिन डॉक्टरों ने यूं ही मरहम पट्टी करके उसे घर भेज दिया। पीड़ित के सिर में सूजन आने और दर्द होने के बाद शुक्रवार को दनकौर स्थित प्राथिमिक स्वस्थ्य केंद्र लाया गया जहां पर डॉक्टरों ने उसके सिर में गोली अभी भी मौजूद होने की जानकारी दी।

पीड़ित का आरोप है कि जिला अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही के कारण उसको परेशानी का सामना पड़ रहा है। आरोपित डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर किसान यूनियन के सदस्य जिला अस्पताल में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन में पीड़ित भी शामिल है।

फिलहाल डॉक्टर के इस लापरवाही पर जिला अस्पताल की तरफ से कोई बयान अभी तक सामने नहीं आया है। उधर, मरीज के परिजनों का कहना है कि डॉक्टर की लापरवाही की वजह से जान को खतरे हो सकता था।

जिला अस्पताल में यह पहला लापरवाही का मामला नहीं है। इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। इसी साल फरवरी महीने में एक मरीज ने आंख के डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया था। मरीज ने नोएडा के सेक्टर 20 पुलिस थाने में डॉक्टर की शिकायत भी की थी। मरीज का आरोप था कि डॉक्टर की लापरवाही की वजह से उसकी एक आंख खराब हो गई।

जनवरी 2018 में डॉक्टर की लापरवाही से पेट में बच्चे की मौत
जनवरी 2018 में असमीना नाम की एक महिला ने आरोप लगाया था कि डॉक्टर की लापरवाही से उसके पेट में बच्चा मर गया। उसका आरोप था कि तीन दिन से वह जिला अस्पताल में भर्ती थी। डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती तो कर लिया, लेकिन सटीक इलाज नहीं कर रहे। पेट में मरा बच्चा होने की वजह से वह दिमागी रूप से परेशान हो रही है।

वहीं संगीता नाम के एक महिला ने आरोप लगाया था कि बिना इलाज किये डॉक्टरों ने उसे घर भेज दिया। संगीता के पति संजय ने बताया था कि वह सेक्टर 128 स्थित सुल्तानपुर गांव से सुबह जिला अस्पताल आए। भंगेल में डॉक्टरों ने बताया कि बच्चा पेट में मर चुका है, जिला अस्पताल ले जाओ।

संजय का आरोप था कि यहां आने पर ओपीडी में दिखाने को कहा गया। सुबह से लेकर दो बजे तक लाइन में लगे रहे, लेकिन नंबर नहीं आया। बाद में प्रथम तल पर लेबर रूम में गए तो महिला डॉक्टर ने उन्हें एक बेड पर लेटने को कहा। जब लेटने के घंटे भर बाद भी इलाज नहीं मिला और रीना का दर्द बढ़ गया तो वह जल्द देखने की गुहार लगाने लगी। महिला डॉक्टर इस बात को अनदेखा करती रहीं। जब संजय ने इसकी जानकारी मीडिया को दी तो डॉक्टर भड़क उठीं। संजय का आरोप था कि महिला डॉक्टर ने उन्हें फटकार भी लगाई और बाद में अस्पताल से बगैर इलाज किए ही भगा दिया।
 

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