नोएडा पहुंचे बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा, दिन भर जारी रहा अटकलों का दौर

बसपा के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सदस्य सतीश चंद्र मिश्र बृहस्पतिवार को नोएडा आए। एक निजी कार्यक्रम में उन्होंने सेक्टर-62 स्थित श्रीमंगलम कालेज में उपाध्यक्ष हर्ष राज द्विवेदी से व्यक्तिगत मुलाकात की। वह करीब ढाई घंटे कालेज में रहे।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Thu, 12 Aug 2021 08:47 PM (IST) Updated:Thu, 12 Aug 2021 08:47 PM (IST)
नोएडा पहुंचे बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा, दिन भर जारी रहा अटकलों का दौर
नोएडा पहुंचे बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा।

नोएडा [लोकेश चौहान]। बसपा के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सदस्य सतीश चंद्र मिश्र बृहस्पतिवार को नोएडा आए। एक निजी कार्यक्रम में उन्होंने सेक्टर-62 स्थित श्रीमंगलम कालेज में उपाध्यक्ष हर्ष राज द्विवेदी से व्यक्तिगत मुलाकात की। वह करीब ढाई घंटे कालेज में रहे। इस दौरान 14 अगस्त को होने वाले ब्राह्मण सम्मेलन और विधान सभा चुनाव को लेकर चर्चा की।

सम्मेलन से पहले बसपा महासचिव के नोएडा आने पर कई तरह कह अटकलें लगाई जा रही हैं। उनके इस कार्यक्रम में विधान सभा चुनाव के लिए उम्मीदवार की तलाश से भी जोड़ा जा रहा है। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो सकता है कि बसपा से नोएडा विधानसभा के लिए प्रत्याशी कौन होगा, लेकिन चर्चाओं का बाजार गर्म है कि नोएडा सीट से इस बार ब्राह्मण उम्मीदवार पर दांव लगाया जा सकता है। इस मौके पर आईयुवा राष्ट्रीय अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह, गोरख नाथ पांडेय, संतोष द्विवेदी, श्रीजन मिश्रा, एनपी जायसवाल, संदीप तोमर और अवनीश पांडेय मौजूद रहे।

सर्किल रेट बढ़ाने के प्रस्ताव का सपा ने किया विरोध

इधर, जिले में सर्किल रेट बढ़ाने और प्रापर्टी के वर्गीकरण में बदलाव की तैयारियों का समाजवादी पार्टी ने विरोध किया है। निवर्तमान विधानसभा प्रत्याशी सुनील चौधरी ने जिला प्रशासन द्वारा लाए गए प्रस्ताव को वापस नहीं करने पर चेतावनी दी है। सर्किल रेट बढ़ाने से रियल एस्टेट इंडस्ट्री से लेकर घर खरीदने वाले ग्राहकों तक सभी को डर है कि इससे प्रापर्टी का रजिस्ट्रेशन काफी महंगा हो जाएगा। पहले ही सुस्त पड़े प्रापर्टी मार्केट की हालत और खस्ता हो जाएगी। नए प्रस्ताव में सेक्टर की कैटेगरी बदली गई और सर्किल रेट पर मेट्रो कनेक्टिविटी या सड़क से नजदीकी के आधार पर सरचार्ज लगाए गए तो रजिस्ट्री का खर्च 88 फीसदी बढ़ सकता है।

कोरोना संकट के इस दौर में बड़ी तादाद में लोगों की नौकरियां गई हैं और उनकी आय कम हुई है। ऐसे में इस तरह का कदम उठाया जाना कहीं से सही नहीं है। नए रेट का लागू होना जिले में प्रापर्टी मार्केट के लिए बेहद नुकसानदेह साबित होगा। कोरोना और महंगाई की दोहरी मार झेल रहे शहरवासियों को जहां वित्तीय राहत दी जानी चाहिए। सर्किल रेट बढ़ाने से उनपर अनावश्यक आर्थिक बोझ बढ़ेगा। इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर स्थिति से अवगत कराया जाएगा।

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