Greater Noida News: दनकौर में कोरोना काल में मृत्यु से जन्मदर पंजीकरण ज्यादा
अपर शोध अधिकारी पीएचसी दनकौर अखिलेश सिंह ने बताया कि 21 दिन के अंदर सभी जन्म मृत्यु की सूचना को पंजीकरण कराना अति आवश्यक है। क्योंकि 21 दिन के अंदर सूचना पर निशुल्क प्रमाण पत्र जारी किए जाते हैं।
बिलासपुर (ग्रेटर नोएडा), घनश्याम पाल। दनकौर ब्लाक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दनकौर क्षेत्र के 124 गांवों को ब्लाक दनकौर खत्म कर तीन भागों के बांट दिया गया है। जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र पंजीकरण के लिए तीन पंजीकरण केंद्र कार्यालय बनाया गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डाढा परिसर में जन्म मृत्यु पंजीकरण कार्यालय अंतर्गत ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाले 40 गांव, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दनकौर परिसर कार्यालय के अंतर्गत आने वाले 28 गांव व यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के 41 गांवों का पंजीकरण किया जाता है। जबकि ग्राम पंचायत ब्लाक के 14 गांवों के पंजीकरण जेवर ब्लाक परिसर में जन्म मृत्यु पंजीकरण कार्यालय से बनाया जा रहा है। जनवरी से मई तक जन्म मृत्यु पंजीकरण के अनुसार मृत्यु के मुताबिक जन्मदर पंजीकरण आवेदन दोगुना है।
जन्म पंजीकरण आवेदन
जनवरी 201, फरवरी 183, मार्च 337, अप्रैल 112 व मई में 99 कुल 932 जन्म पंजीकरण डाढा व दनकौर पंजीकरण कार्यालय में किए गए हैं।
मृत्यु पंजीकरण आवेदन
जनवरी 46, फरवरी 78, मार्च 78, अप्रैल 62 व मई में 221 कुल 485 मृत्यु पंजीकरण डाढा व दनकौर पंजीकरण कार्यालय में किए गए हैं। जबकि ग्राम पंचायत 14 गांवों का जन्ममृत्यु पंजीकरण कार्यालय ब्लाक जेवर से आंकड़ा उपलब्ध नहीं हुआ।
ग्रामीण सामाजिक कार्यकर्ता सुनील गौतम ने कहा कि दनकौर ब्लाक खत्म कर बीस किलोमीटर जेवर ब्लाक में जन्ममृत्यु कार्यालय होने के कारण क्षेत्र के 14 गांवों के गरीब परिवार के जन्ममृत्यु प्रमाण पत्र के लिए परेशानी उत्पन्न हो गई है। परिवहन सुविधा नहीं है। 21 दिन पश्चात एफीडेविट, एसडीएम से स्वीकृति व टेजरी में लेट पेटेंट शुल्क आदि के कारण आम ग्रामीण के सामने समस्या को देखते हुए। 14 गांवों को भी दनकौर व डाढा जन्ममृत्यु पंजीकरण कार्यालय से जोड़ा जाना चाहिए।
अपर शोध अधिकारी पीएचसी दनकौर अखिलेश सिंह ने बताया कि 21 दिन के अंदर सभी जन्म मृत्यु की सूचना को पंजीकरण कराना अति आवश्यक है। क्योंकि 21 दिन के अंदर सूचना पर निशुल्क प्रमाण पत्र जारी किए जाते हैं।