नोएडा में प्रदूषण फैलाने पर डेढ़ माह में 70 उल्लंघनकर्ताओं पर 54.15 लाख जुर्माना

प्रदूषण न थमने का एक सबसे बड़ा कारण यह भी है कि जिला प्रशासन उल्लंघनकर्ताओं से जुर्माने की रकम नहीं वसूल पा रहा है। वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लगातार कार्रवाई कर रहा है।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 01:36 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 01:36 PM (IST)
नोएडा में प्रदूषण फैलाने पर डेढ़ माह में 70 उल्लंघनकर्ताओं पर 54.15 लाख जुर्माना
नोएडा में प्रदूषण फैलाने पर डेढ़ माह में 70 उल्लंघनकर्ताओं पर 54.15 लाख जुर्माना।

नोएडा, आशीष धामा। वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लगातार कार्रवाई कर रहा है। ग्रेप (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के तहत 15 अक्टूबर से आज तक प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम शहर के बिल्डर, निर्माण परियोजना, ठेकेदार व घर स्वामी समेत 70 उल्लंघनकर्ताओं पर 54 लाख 15 हजार रुपये का जुर्माना लगा चुकी है। बावजूद, इसके शहर में अभी भी निर्माण स्थलों पर सामग्री खुले में पड़ी देखी जा सकती है। वहीं, हवा की दिशा में बदलाव होते ही हवा गुणवत्ता सूचकांक भी बढ़ जाता है। वातावरण में पीएम-10 व पीएम-2.5 के सूक्षम कण एकत्र हो जाते हैं और फेफड़ों को काले करते है। साथ ही प्रदूषण की स्थिति भी बिगड़ जाती है। 

54.15 लाख रुपये जुर्माने में रिकवरी शून्य 

प्रदूषण न थमने का एक सबसे बड़ा कारण यह भी है कि जिला प्रशासन उल्लंघनकर्ताओं से जुर्माने की रकम नहीं वसूल पा रहा है। पिछले दिनों ही सिटी मजिस्ट्रेट उमाशंकर  ने 17 बिल्डरों, घर स्वामियों व निर्माण परियोजनाओं को रकम वसूलने के लिए नोटिस जारी किया था तथा समय पर जुर्माना न चुकाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है, लेकिन अभी तक एक भी रुपये की वसूली नहीं हो सकी है। 15 से 31 अक्टूबर के बीच 30 लोगों पर जुर्माने की कार्रवाई हुई।

इनमें से 17 उल्लंघनकर्ता, सेक्टर-16 स्थित विंडसर टावर पर 50 हजार, सेक्टर-129 स्थित नार्दन प्रोपमार्ट सोल्यूशन लिमिटेड पर 5 लाख, सेक्टर-116 में प्लांट नंबर एसके- 112 व 117 के स्वामियों पर 30-30 हजार और एसके-52 के स्वामी पर 20 हजार का जुर्माना लगाया। सेक्टर-112 में एसके-61 पर 30 हजार, एच-57 पर 20 हजार व सेक्टर-56 में बी-56 के स्वामी पर 30 हजार, सेक्टर-7 में 20 हजार, सेक्टर-56 में 30 हजार, सेक्टर-71 में 30 हजार, सेक्टर-150 में गोदरेज पाम स्ट्रीट पर 5 लाख, सेक्टर-73 में ऐयरकोन सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर 5 लाख, सेक्टर-72 में प्लांट नंबर बी-4 के स्वामी पर 30 हजार, सेक्टर-81 में सेमसंग डिस्पले प्राइवेट लिमिटेड पर 5 लाख, सेक्टर-136 में प्लांट नंबर ए-32 पर 50 हजार व ए-153 पर 10 हजार का जुर्माना लगाया था। अन्य उल्लंघनकर्ताओं पर शिकंजा कसने की जिम्मेदारी नोएडा प्राधिकरण की थी। 

एक्यूआइ में हुआ बड़ा सुधार 

इन दिनों मौसम साफ व हवा की दिशा बदलने से जिले की हवा गुणवत्ता में बड़ा सुधार हुआ है। एक्यूआइ का स्तर 150 से भी कम हो गया है। विशेषज्ञ बताते हैं कि 150 एक्यूआइ तक हवा सांस लेने लायक होती है, लेकिन शाम होते-होते स्तर बढ़ना शुरू हो जाता है। शुक्रवार को दोपहर 12 बजे तक नोएडा का अधिकतम एक्यूआइ 135 और ग्रेटर नोएडा का 125 दर्ज किया गया है। 

निर्माण सामग्री को ढ़क रखने व प्रदूषण को कम करने के लिए टीमें लगातार काम कर रही है। जुर्माना वसूली के लिए सिटी मजिस्ट्रेट को ब्योरा भेजा जा चुका है। जुर्माने की वसूली उन्हीं के स्तर से की जाएगी। 

- प्रवीन कुमार, क्षेत्रीय अधिकारी, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड 

कोरोना के कारण वसूली का काम अधर में लटका हुआ है, हालांकि विभाग की ओर से सभी उल्लंघनकर्ताओं को नोटिस जारी कर दिया गया है। जल्द ही रिकवरी का काम शुरू कर दिया जाएगा। 

- उमाशंकर सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट नोएडा

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