Water & Power Crisis: नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लाखों लोगों पर डबल अटैक, बिजली संग पानी का संकट

आम लोगों के साथ-साथ उद्यमियों के सामने नोएडा में जल संकट खड़ा हो गया है। 17 अक्टूबर से यह समस्या विकराल रूप लेने जा रही है क्योंकि गंगनहर की सफाई के चलते नोएडा में गंगाजल की आपूर्ति बाधित रहेगी।

By Jp YadavEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 08:56 AM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 08:56 AM (IST)
Water & Power Crisis: नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लाखों लोगों पर डबल अटैक, बिजली संग पानी का संकट
Water & Power Crisis: नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लाखों लोगों पर डबल अटैक, बिज्ली संग पानी का संकट

नोएडा/गाजियाबाद [कुंदन तिवारी]। दिल्ली से सटे नोएडा और ग्रेटर नोए़डा में कोयला संकट से खड़ा हुआ बिजली संकट औद्योगिक इकाइयों के लिए नासूर बन गया है। अभी इस संकट से औद्योगिक सेक्टर उभर भी नहीं सका था कि उद्यमियों के सामने नोएडा में जल संकट खड़ा हो गया है। 17 अक्टूबर से यह समस्या विकराल रूप लेने जा रही है, क्योंकि गंगनहर की सफाई के चलते नोएडा में गंगाजल की आपूर्ति बाधित रहेगी। जिससे अब उद्यमियों की जान सांसत में है कि बिजली-जल संकट के बीच कैसे इकाइयों का संचालन होगा।

बता दें कि नोएडा की औद्योगिक इकाइयों में पिछले एक सप्ताह से जल आपूर्ति नहीं हुई है। इससे औद्योगिक इकाइयों का कामकाज प्रभावित हो रहा है, उद्यमियों की ओर से शिकायत कई औद्योगिक संगठनों में की जा रही है। आरोप लगाया जा रहा है कि पीने का पानी नोएडा आज तक उपलब्ध नहीं कराया जा सका है। इसे खरीदकर ही उद्यमी खुद और अपने कर्मचारियों को उपलब्ध करा रहे है, लेकिन उद्यमियों ने नोएडा प्राधिकरण का कभी भी पानी के बिल रोके नहीं हैं। अब कामकाज के लिए मिलने वाला पानी भी इकाइयों को प्राधिकरण की ओर से उपलब्ध कराने में दिक्कत आ रही है। जबकि हाल ही में प्राधिकरण की ओर से 7.5 फीसद तक पानी के बिल में शुल्क बढ़ोतरी कर दी है। फिर भी प्राधिकरण की ओर से औद्योगिक इकाइयों को जल आपूर्ति नहीं कराई जा रही है। ऐसे में 17 अक्टूबर तक से पांच नवंबर तक जिस प्रकार से गंगाजल की आपूर्ति बाधित है। ऐसे में जब पर्याप्त गंगाजल की आपूर्ति थी, तब औद्योगिक इकाइयों को सामान्य तरीके से जल आपूर्ति प्राधिकरण कर नहीं सका, लेकिन अब आपूर्ति बाधित में कैसे जल आपूर्ति करेगा प्राधिकरण यह बड़ा सवाल खड़ा हो चुका है।

लगातार उद्यमियों की शिकायत आ रही है कि औद्योगिक इकाइयों में जल आपूर्ति सामान्य नहीं है। दिन में दो बार जल आपूर्ति का आदेश है, लेकिन एक बार भी नहीं हो रही है।-विपिन कुमार मल्हन, अध्यक्ष, नोएडा एंटरप्रिनियोर्स एसोसिएशन

बिजली संकट से इकाइयों का कामकाज प्रभावित हो रहा है। दीपावली के इस दौर में आर्डर की भरमार है, लेकिन बिजली संकट ने मुसीबत बढ़ा दी है। अब जल संकट से उद्यमियों को नुकसान होने वाला है। -अजय मल्होत्रा, अध्यक्ष, उद्योग मंच

पिछले एक सप्ताह से फैक्ट्री में जल आपूर्ति नहीं हुई है। कई बार शिकायत के बावजूद आपूर्ति में सुधार नहीं हुआ है। इस मामले की शिकायत एनईए में की है।-कमल कुमार, एमडी, कोटोटावा

कोरोनाकाल में जब सरकार को तमाम सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए थी, तब बिजली संकट से औद्योगिक सेक्टर को उबार नहीं पा रही है। अब पानी संकट से दिक्कत बढ़ गई।-राजीव बंसल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, इंडियन इंडस्ट्रीज एसो.

नोएडा शहर में बिजली की आंख मिचौली से उपभोक्ताओं को लगातार परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हर घंटे में लाइन टिप कर रही है। तापमान में कमी के बावजूद लोगों को टि¨पग से निजात नहीं मिल पा रही है। लोग इंटरनेट मीडिया के माध्यम से अपनी परेशानी साझा कर रहे हैं।

विद्युत वितरण निगम का जिले में टिपिंग फ्री बिजली देने का दावा धरातल पर नहीं उतर पा रहा है। गर्मियों में विद्युत निगम के अधिकारी ओवरलोड के चलते टि¨पग फ्री बिजली देने में असमर्थता जताते रहे थे। अब मौसम में बदलाव के बाद भी उपभोक्ताओं को लगातार बिजली के झटकों से जूझना पड़ रहा है। त्योहार का सीजन होने से लोग घरों में हैं। ऐसे में बिजली जाने से परेशानी हो रही है। जबकि गौतमबुद्ध नगर जिला नो कट व नो टि¨पग जोन में शामिल है। मुख्य अभियंता वीएन सिंह ने बताया कि जिले में सतत विद्युत आपूर्ति जारी है। त्योहार पर निर्बाध आपूर्ति के लिए सभी अधिकारियों को सख्त आदेश दिए गए हैं। अधिकतम खपत के समय निगरानी करने को कहा गया है।

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