फिल्म में 70 फीसद नजर आएंगे दृष्टिहीन कलाकार, लोगों को प्रेरणा देने वाली है स्टोरी

पोलेराॅइड मीडिया के तन्मय व हर्षवर्धन ने बताया कि फिल्म में दृष्टिहीन अभिनेता ऐसे किरदार निभा रहे है जो देख नहीं सकते जैसे वे जीवन में हैं। यह फिल्म मराठी में बनाई गई है जिसके सबटाइटल अंग्रेजी में भी दिखाए जाएंगे।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Sun, 30 May 2021 07:50 AM (IST) Updated:Sun, 30 May 2021 07:50 AM (IST)
फिल्म में 70 फीसद नजर आएंगे दृष्टिहीन कलाकार, लोगों को प्रेरणा देने वाली है स्टोरी
आत्मनिर्भरता की प्रेरणा से प्रेरित है फीचर फिल्म दृष्टांत।

नोएडा [पारुल रांझा]। दुनिया के हर खूबसूरत नजारे का दीदार इंसान आंखों से करता है। कई लोग ऐसे भी हैं जिनके पास कुदरत की ये बेशकीमती चीज नहीं होती, लेकिन अपने जीवन को एक प्रेरणा के तौर पर जरूर स्थापित कर देते हैं। इसी संदर्भ और आत्मनिर्भरता की प्रेरणा से प्रेरित है फीचर फिल्म दृष्टांत। निर्माताओं का दावा है कि भारत में पहली बार एक ही फिल्म में 70 फीसद दृष्टिहीन कलाकार नजर आएंगे। फिल्म सेक्टर-16 मारवाह स्टूडियो के छात्र रह चुके अभिजीत जंजाल के निर्देशन में बनाई गई है। इसकी प्रोडक्शन नोएडा के तन्मय तैलंग, हर्षवर्धन व त्रिपुर सिंह ने की है। इस फिल्म में न केवल अभिनेता, बल्कि गायक, संगीतकार और डबिंग कलाकार भी दृष्टिहीन ही होंगे। 2021 दिसंबर में फिल्म सिनेमा हाल में रिलीज की जाएगी।

अंग दान की थीम पर आधारित है फिल्म

पोलेराॅइड मीडिया के तन्मय व हर्षवर्धन ने बताया कि फिल्म में दृष्टिहीन अभिनेता ऐसे किरदार निभा रहे है जो देख नहीं सकते, जैसे वे जीवन में हैं। यह फिल्म मराठी में बनाई गई है, जिसके सबटाइटल अंग्रेजी में भी दिखाए जाएंगे। जल्द ही हिंदी व अंग्रेजी में भी डब किया जाएगा। फिल्म का उद्देश्य लोगों को उनके आसपास की दुनिया के लिए अपनी आंखें खोलना है, जो अंग दान की थीम के बारे में भी बताता है।

इसकी शूटिंग फरवरी, 2020 में पूरी हो चुकी थी। कोरोना महामारी के चलते पोस्ट प्रोडक्शन का कार्य रुक गया था, जिसे वर्ष 2021 में शुरू किया गया। अब फिल्म बनकर तैयार है, इसे कान फिल्म महोत्सव के लिए भी भेजा जाएगा।

यह है फिल्म की कहानी

फिल्म मुख्य अभिनेता अंजिंक्या के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसमें अभिनेता हेमेंद्र ने अभिनय किया था। इसमें बबीता, रतन और गजाननंद जैसे कलाकार भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं। यह तीन दोस्तों पर आधारित है, जो गोवा घूमने जाते है। जब वे एक नाव में जाते है तो बोटमैन उन्हें लूटने के चक्कर में होता है। समुद्र के बीच में पहुंचते ही एक हादसे का शिकार हो जाते है। इस दौरान कैसे दृष्टिहीन कलाकार बोटमैन को सकारात्मक सोच व जीने की प्रेरणा के साथ वहां से निकलते है, यह सब फिल्म में दिखाया गया है।

फिल्म बनाने में आई कई चुनौतियां

फिल्म निर्देशक अभिजीत जंजाल ने बताया कि करीब 10 वर्ष पहले उन्होंने इस फिल्म की स्क्रिप्ट तैयार की। उन्हें विचार आया कि इन भूमिकाओं को निभाने के लिए क्यों न दृष्टिहीन अभिनेताओं का उपयोग किया जाए। संस्थाओं व लोगों से संपर्क करने पर विभिन्न राज्यों से दृष्टिहीन लोगों के आनलाइन आडिशन लेना शुरू कर दिया। जिसमें 12 कलाकारों को चुना गया। उन्हें वर्ष 2014 से वर्ष 2018 तक एक्टिंग का प्रशिक्षण दिया, जिसके बाद फिल्म शूटिंग शुरू हुई। इसमें सबसे चुनौतीपूर्ण पड़ाव यह था कि समुद्र में शूट की गई है।

दृष्टिहीन कलाकारों की जान के लिए काफी जोखिम था। सभी की जगह सर्कल के जरिये सुनिश्चित की गई थी, उसी के अंदर रहने के लिए कहा गया था। कलाकारों को उदासी, गंभीरता, क्रोध आदि एक्सप्रेशन सिखाने की ज्यादा जरूरत नहीं पड़ी। समुद्र में शूट की गई वीडियो में आवाज क्लियर नहीं थी। एक साल बाद आवाज को उसी अंदाज में डब करना चुनौतीपूर्ण था, लेकिन 6 माह की मेहनत के बाद दृष्टिहीन कलाकारों ने डबिंग कर दी।

कैमरा फेस करना था टास्क

फिल्म में लीड रोल निभाने वाले 25 वर्षीय अभिनेता हेमेंद्र मूल रूप से वाराणसी के रहने वाले है। 17 वर्ष की आयु में ऑप्टिक न्युरैटिस नामक बीमारी के शिकार होने के कारण उन्हें अपनी आंखें गंवानी पड़ी। हेमेंद्र बताते है कि इस असहनीय घटना के बाद कई बार सुसाइड करने की सोची। परिवार के सहयोग से दृष्टिहीन लोगों के लिए कार्य कर रही संस्था से जुड़े, जहां दृष्टिहीन बच्चों को पढ़ाना शुरू किया। उन्होंने अंधाधुंध फिल्म में आयुष्मान खुराना को सिखाया कि दृष्टिहीन असल जिंदगी कैसे व्यतीत करते हैं।

दृष्टांत फिल्म में शूटिंग के दौरान कैमरा फेस करने में थोड़ी परेशानी हुई, लेकिन हमसे केवल एक्ट व भावनाओं पर ध्यान रखने के लिए कहा गया था। कैमरामेन स्वयं एंगल लेने की मशक्कत करते थे। यह एक अलग अनुभव था और यकीन है कि फिल्म लोगों के दृष्टिकोण को बदल देगी। 

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