साइकिल से उतर कमल को थामेंगे एमएलसी नरेंद्र भाटी
मनीष तिवारी ग्रेटर नोएडा अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सपा को जोर का झटका ल
मनीष तिवारी, ग्रेटर नोएडा:
अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सपा को जोर का झटका लगा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता, सिकंदराबाद से चार बार के पूर्व विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री व वर्तमान एमएलसी (विधान परिषद सदस्य) नरेंद्र भाटी ने सपा को अलविदा कह दिया है। बड़े नेताओं की उपस्थिति में जल्द ही लखनऊ में होने वाले कार्यक्रम में वह भाजपा का दामन थामेंगे। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि नरेंद्र भाटी को भाजपा एमएलसी के लिए प्रत्याशी घोषित कर सकती है।
नरेंद्र भाटी को गुर्जर समाज का बड़ा नेता माना जाता है। वह पिछले लंबे समय से सपा की साइकिल को रफ्तार दे रहे थे। गौतमबुद्ध नगर के साथ ही आस-पास के जिलों में भी सपा के मजबूत पिलर के रूप में उनकी गिनती होती है। क्षेत्र में सपा की राजनीति भी उनके इर्द-गिर्द चलती रही है। भाजपा नेता व राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र नागर के सपा में आने के बाद दोनों नेताओं के बीच सपा कार्यकर्ता बंट गए थे। सुरेंद्र व नरेंद्र धड़ा अलग-अलग काम कर रहा था। 2019 में सुरेंद्र नागर भाजपा में चले गए। सुरेंद्र के भाजपा में जाने से सपा कमजोर हुई थी, लेकिन नरेंद्र भाटी दोबारा से मजबूत हो गए। भाजपा के बढ़ते जनाधार को देखते हुए नरेंद्र भाटी के भाई व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बिजेंद्र भाटी ने भी 2019 में भाजपा का दामन थाम लिया था। पिछले लोकसभा चुनाव में सपा में रहते हुए भी नरेंद्र भाटी ने अंदर खाने भाजपा का प्रचार किया। अपने प्रभुत्व वाले गांवों में उन्होंने भाजपा को वोट देने की अपील की थी। जिसकी बदौलत जिले में भाजपा को अच्छा वोट मिला था। पिछले कुछ समय से नरेंद्र भाटी के भाजपा में जाने के कयास लगाए जा रहे थे। हाल ही में दादरी में गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। प्रतिमा के नीचे गुर्जर सम्राट न लिखे होने से गुर्जर समाज में भारी नाराजगी व्याप्त हो गई थी। नाराज गुर्जर समाज को साधने के लिए बाद में प्रतिमा के नीचे गुर्जर सम्राट लिखवा दिया गया था। इससे नाराजगी कुछ कम हुई थी। माना जा रहा है कि गुर्जर समाज की नाराजगी को दूर करने के लिए भाजपा ने नरेंद्र भाटी को साधा है। उनके भाजपा में आने से पार्टी को बल मिलेगा।
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