14 मिनट में चिल्ला बार्डर से जेपी अस्पताल पहुंचा लिवर

जागरण संवाददातानोएडा नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने शुक्रवार को ग्रीन कारिडोर बनाकर महज 14 मिनट में 14 किलोमीटर की दूरी तय कर लिवर को चिल्ला बार्डर से सेक्टर-128 स्थित जेपी अस्पताल पहुंचाया है। जहां चिकित्सकों ने बाद में अस्पताल में सुरक्षित अंग ट्रांसप्लांट किया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 08:43 PM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 08:43 PM (IST)
14 मिनट में चिल्ला बार्डर से जेपी अस्पताल पहुंचा लिवर
14 मिनट में चिल्ला बार्डर से जेपी अस्पताल पहुंचा लिवर

जागरण संवाददाता,नोएडा : नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने शुक्रवार को ग्रीन कारिडोर बनाकर महज 14 मिनट में 14 किलोमीटर की दूरी तय कर लिवर को चिल्ला बार्डर से सेक्टर-128 स्थित जेपी अस्पताल पहुंचाया है। जहां चिकित्सकों ने बाद में अस्पताल में सुरक्षित अंग ट्रांसप्लांट किया है।

डीसीपी यातायात गणेश प्रसाद साहा ने बताया कि लिवर को एंबुलेंस के जरिये दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल से लाया जा रहा था। इसके लिए पहले से ही तैयारियां कर ली गई थीं। ग्रीन कारिडोर बनने से यह रास्ता एंबुलेंस ने ट्रैफिक पुलिस के साथ 14 मिनट से कम समय में तय किया। संबंधित अस्पताल की ओर से ग्रीन कारिडोर की मांग की गई थी। सूचना मिलते ही लक्ष्य को पूरा करने के लिए यातायात पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी और निर्धारित समय में लिवर को पहुंचा दिया। ट्रांसप्लांट केस होने के चलते यातायात पुलिस ने यह कारिडोर तैयार किया।

गंगाराम अस्पताल से लिवर लेकर चली एंबुलेंस को चिल्ला बार्डर पर शाम चार बजकर 28 मिनट पर पहुंची। लिवर को सुरक्षित पहुंचाने के लिए सड़क के एक हिस्से को खाली करवा दिया गया था। इसके बाद ग्रीन कारिडोर और ट्रैफिक पुलिस की निगरानी में उसे 14 किलोमीटर की दूरी का यह सफर 14 मिनट में सुरक्षित पूरा करवाकर 4 बजकर 42 मिनट पर लिवर को अस्पताल तक पहुंचाया गया। यातायात निरीक्षक नोएडा आशुतोष सिंह ने बताया कि ग्रीन कारिडोर बनाने के दौरान यातायात पुलिसकर्मियों को विभिन्न रूट पर तैनात किया गया था। इस दौरान कई जगह पर कुछ देर के लिए यातायात को रोकना पड़ा। जाम से बचने के लिए ग्रीन कारिडोर का रास्ता यमुना पुश्ता से होते हुए रखा गया।

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यह रहा रूट और स्थान

स्थान- समय

सेक्टर-14ए- चिल्ला बार्डर- 4.32 बजे शाम

सेक्टर-95 महामाया फ्लाइओवर- 4.36 बजे

जेपी अस्पताल- 4.42 बजे

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