दो जिलों की पुलिस में बढ़ती जा रही तकरार

जागरण संवाददाता नोएडा दस लाख के चेक पर हस्ताक्षर कराने वाली गाजियाबाद पुलिस अपने पुलिसकि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 09:54 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 09:54 PM (IST)
दो जिलों की पुलिस में बढ़ती जा रही तकरार
दो जिलों की पुलिस में बढ़ती जा रही तकरार

जागरण संवाददाता, नोएडा : दस लाख के चेक पर हस्ताक्षर कराने वाली गाजियाबाद पुलिस अपने पुलिसकर्मियों को बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। इंदिरापुरम में एटीएम हैकर्स की गिरफ्तारी के बाद बदमाशों ने नोएडा एसओजी टीम में शामिल पुलिसकर्मियों पर पैसे और कार लेकर छोड़ने की बात कही थी। इसके बाद से दोनों जिलों की पुलिस की बीच तकरार बढ़ गई है। फेस तीन कोतवाली में इंदिरापुरम थाने के चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हैं। पहले नोटिस का जवाब न मिलने के बाद शुक्रवार को भी कोतवाली फेज तीन से दो सब इंस्पेक्टर व एक सिपाही को दूसरा नोटिस लेकर इंदिरापुरम थाने भेजा गया था। इस बार नोएडा पुलिस की टीम में शामिल पुलिसकर्मियों की वहां की कोतवाली प्रभारी से मुलाकात तो हुई, लेकिन लंबी वार्ता के बाद भी दूसरा नोटिस रिसीव नहीं किया गया। कमिश्नरेट पुलिस के उच्च अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही तीसरा नोटिस भेजा जाएगा। अगर तीसरे नोटिस का भी जवाब नहीं मिलता है तो आगे की विधिक कार्रवाई पर विचार किया जाएगा। दूसरे नोटिस में घटना के दिन की जानकारी मांगी गई थी। साथ ही यह पूछा गया थी सरकारी वाहन से नोएडा में रेड करने कौन-कौन पुलिसकर्मी गया था। सीसीटीवी फुटेज से संबंधित सवाल भी इसमें थे।

यह था मामला

फेस तीन कोतवाली क्षेत्र के गढ़ी चौखंडी से अगवाकर एक व्यक्ति को ले जाकर दस लाख के चेक पर साइन कराने के मामले में नोएडा पुलिस ने इंदिरापुरम थाने में नोटिस भेजा था। पिछले महीने गढ़ी चौखंडी निवासी लीलू ने फेज थ्री पुलिस से शिकायत की थी कि इंदिरापुरम थाने की गाड़ी से कुछ पुलिसकर्मी उनके घर आए थे। उन्होंने लीलू, उनके भाई सलेक चंद और भतीजे जितेंद्र को जबरन गाड़ी में बैठा लिया। इसके बाद उन्हें गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाने ले गए और वहां चेक पर जबरन हस्ताक्षर करवा लिए थे।

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सरकारी असलहों के साथ लापता है स्वाट टीम

रिश्वतखोरी प्रकरण के बाद नोएडा पुलिस की स्वाट टीम लापता है। दो आरोपित पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने बाद पूरी एसओजी टीम को भंग कर दिया गया था। सूत्रों का कहना है कि कार्रवाई के डर से टीम के सदस्य कहीं छिप गए हैं और सरकारी असलहे उन्हीं के पास हैं। पुलिसकर्मियों ने अपने मोबाइल फोन भी बंद कर रखे हैं।

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