मुख्यमंत्री का दौरा तय होते ही खुला बंद पड़ा अस्पताल का ताला

जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा कोरोना वायरस को लेकर जारी हाई अलर्ट के बीच बिलासपुर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लापरवाही उजागर हुई है। यहां पिछले 12 दिनों से स्वास्थ्य केंद्र पर ताला लटका था।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 08:08 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 08:29 PM (IST)
मुख्यमंत्री का दौरा तय होते ही खुला बंद पड़ा अस्पताल का ताला
मुख्यमंत्री का दौरा तय होते ही खुला बंद पड़ा अस्पताल का ताला

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : कोरोना वायरस को लेकर जारी हाई अलर्ट के बीच बिलासपुर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लापरवाही उजागर हुई है। यहां पिछले 12 दिनों से स्वास्थ्य केंद्र पर ताला लटका था। ग्रामीणों के साथ सामाजिक संगठन लगातार स्वास्थ्य विभाग व जनप्रतिनिधियों से केंद्र पर स्वास्थ्य सेवाओं को बहाली की गुहार लगा रहे थे, लेकिन न तो जनप्रतिनिधि चेते और न ही अधिकारियों की कुंभकर्णी नींद टूटी। वहीं जैसे ही जिले में मुख्यमंत्री का दौरा तय हुआ, आनन-फानन में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का ताला खोल दिया गया।

जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह खुद ताला खुलवाने स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए। उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री के आने के बहाने ही सही, कम से कम लोगों को इलाज तो मिलेगा, लेकिन नतीजा सिफर रहा। इलाज कराने पहुंचे ग्रामीणों को केंद्र पर चिकित्सक ही नहीं मिले। पता चला कि अभी चिकित्सक की तैनाती ही नहीं हुई है। कोरोनाकाल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बरती जा रही लापरवाही पर विपक्षी दल भी आगे आ गए हैं। बसपा नेता अमन भाटी ने गांवों में बढ़ती महामारी व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर इस तरह की अनियमितताओं पर सवाल उठाया है। अमन भाटी का आरोप है कि गांवों में कोरोना तेजी से अपने पांव पसार रहा है। लोग अकाल मृत्यु का शिकार हो रहे हैं। महामारी की इस मुश्किल घड़ी में सरकारी अस्पताल पर इतने दिनों तक ताला लगा होना ही लोगों के मौलिक अधिकारों के हनन से कम नहीं है। बिलासपुर स्वास्थ्य केंद्र पर ताला खुलने के बाद भी लोगों को उपचार न मिल पाना स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के साथ सरकार की विफलता को दर्शाता है। जनप्रतिनिधि मूकदर्शक बने हुए हैं। व्यवस्था दुरुस्त न होने पर उन्होंने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

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