पंचायत चुनाव के प्रचार पर भी कोरोना का असर

जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां जोरों पर है। दूसरी तरफ पंचायत चुनाव में इस बार कोरोना के संक्रमण का खौफ भी साफ दिख रहा है। कोविड-19 की दूसरी लहर ने पंचायत चुनाव के चुनावी रंग को फीका कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 06:19 PM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 06:27 PM (IST)
पंचायत चुनाव के प्रचार पर भी कोरोना का असर
पंचायत चुनाव के प्रचार पर भी कोरोना का असर

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां जोरों पर है। दूसरी तरफ पंचायत चुनाव में इस बार कोरोना के संक्रमण का खौफ भी साफ दिख रहा है। कोविड-19 की दूसरी लहर ने पंचायत चुनाव के चुनावी रंग को फीका कर दिया है। संक्रमण की जद से खुद और समर्थकों को बचाते हुए उम्मीदवार प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। बिना शोर-शराबा प्रत्याशी मतदाताओं तक पहुंच रहे हैं। प्रत्याशियों ने जीत का आशीर्वाद पाने को समर्थकों को टोलियों में बांटा है। बदला चुनाव प्रचार का तरीका : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में हर बार की तरह इस बार प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार का तरीका बदला दिख रहा है। बैनर पोस्टर की जगह इंटरनेट मीडिया ने ले ली है। जो सस्ता व सटीक भी है। प्रत्याशी इस बार जिला पंचायत सदस्य पद के साथ प्रधान पद के दावेदार परंपरागत प्रचार शैली से ज्यादा इंटरनेट मीडिया को हथियार बना रहे हैं। प्रशासन की प्रत्याशियों पर नजर : जीत हासिल करने के लिए प्रत्याशियों पर जिला प्रशासन की टीम नजर रख रही हैं। जिला पंचायत सदस्य पद से लेकर ग्राम प्रधान तक के प्रत्याशियों के लिए खर्च की सीमा पहले ही तय है। वर्चस्व कायम करने के लिए अगर किसी प्रत्याशी ने जाति या धर्म को आधार बनाकर प्रचार-प्रसार किया, तो उस पर भी कार्रवाई करने के निर्देश जिला निर्वाचन अधिकारी सुहास एलवाई ने दिए हैं। वर्जन..

कोविड-19 से पंचायत चुनाव के प्रचार-प्रसार का असर फीका दिख रहा है। कोरोना की वजह से मतदाता भी प्रत्याशियों से मिलने से बच रहे हैं। इंटरनेट मीडिया से चुनावी मैदान में उतरे सूरमा मतदाताओं को रिझाने में जुटे हैं।

-राजवीर सिंह, कलौंदा

कोरोना ने चुनाव प्रचार का तरीका भी बदल दिया है। प्रत्याशी धरातल पर कम, वाट्सएप व फेसबुक पर ज्यादा दिख रहे हैं। ये सही भी है।

-देवेंद्र सिंह, चिटहैरा

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