अंदरुनी कलह से जूझ रहे प्रत्याशी

धर्मेंद्र चंदेल नोएडा ग्राम और जिला पंचायत चुनाव की तिथि नजदीक आते ही जनपद में राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। जिले में 19 अप्रैल को मतदान होगा। सभी दलों ने चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 09:35 PM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 09:35 PM (IST)
अंदरुनी कलह से जूझ रहे प्रत्याशी
अंदरुनी कलह से जूझ रहे प्रत्याशी

धर्मेंद्र चंदेल, नोएडा : ग्राम और जिला पंचायत चुनाव की तिथि नजदीक आते ही जनपद में राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। जिले में 19 अप्रैल को मतदान होगा। सभी दलों ने चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इस बार जिला पंचायत की सभी पांच सीटों पर मुकाबला कड़ा दिख रहा है। प्रत्याशियों को दूसरे दलों के मुकाबले अपने ही पार्टी के कार्यकर्ताओं की नाराजगी झेलनी पड़ रही है। ऊंट किस करवट बैठेगा, यह तो चुनाव परिणाम बताएगा, लेकिन इससे प्रत्याशियों में बैचेनी बढ़ी हुई है।

गौतमबुद्धनगर में जिला पंचायत की पांच सीटें है। भाजपा, बसपा, कांग्रेस, सपा-रालोद गठबंधन व आम आदमी पार्टी समेत सभी दलों ने अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। सत्ताधारी भाजपा में टिकट बंटवारे की नाराजगी अभी दूर नहीं हुई है। हालांकि पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ.महेश शर्मा, राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र नागर, दादरी विधायक तेजपाल नागर, जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह, गन्ना संस्थान के अध्यक्ष नवाब सिंह नागर व विधान परिषद सदस्य श्रीचंद शर्मा ने कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने के लिए मोर्चा संभाल रखा है। भाजपा ने लोकसभा और विधानसभा के प्रदर्शन को दोहराने के लिए जिला पंचायत चुनाव में भी पूरी ताकत झोंक दी है। वार्ड एक से मोहिनी, वार्ड दो से गीता नागर, वार्ड चार से देवा भाटी व वार्ड चार से सोनू प्रधान मैदान में हैं।

वहीं अन्य दलों ने भी इनकी काट के लिए अपने दिग्गजों को प्रचार के लिए मैदान में उतार दिया है। बसपा सुप्रीमों मायावती का यह गृह जनपद है। कभी यह बसपा का गढ़ था। यहां अपनी खोई जमीन को वापस पाने के लिए बसपाई कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। पार्टी के बड़े नेताओं के साथ पूर्व मंत्री व विधान परिषद सदस्य नरेंद्र भाटी को प्रचार के लिए मैदान में उतारा गया है। वह वार्ड चार से अपने भतीजे अवनेश उर्फ अमन भाटी के लिए घर-घर हाजिरी लगा रहे हैं। अमन भाटी को जिला पंचायत चेयरमैन पद का संभावित प्रत्याशी भी माना जा रहा है। ऐसे में वार्ड चार पर बसपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।

अमन भाटी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बिजेंद्र भाटी के बेटे हैं। इस वार्ड से निर्दलीय प्रत्याशी सुनील भाटी ने भी प्रचार में ताकत झोंक दी है। वार्ड दो से पूर्व जिला पंचायत चेयरमैन जयवती नागर मैदान में हैं। इसी वार्ड में बसपा सुप्रीमों मायावती का पैतृक गांव बादलपुर है। इसलिए लिहाज से बसपा के लिए यह सीट विशेष मायने रखती है। भाजपा, कांग्रेस व अन्य दलों के प्रत्याशी पूर्व मायावती को उनके घर में घेरने के उद्देश्य से पूरी ताकत लगाए हुए हैं। जयवती नागर के पति वरिष्ठ बसपा नेता गजराज नागर ने इस सीट को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ते हुए चुनाव में ताकत झोंक दी है। सपा-रालोद गठबंधन के प्रत्याशी भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे। उन्होंने मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। वार्ड पांच से पूर्व जिला पंचायत चेयरमैन रविद्र भाटी मैदान में हैं। रविद्र भाटी की पत्नी पूर्व में इसी वार्ड से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीती थी।

भाजपा से इस सीट पर अमित चौधरी मैदान में हैं। अमित के लिए पार्टी के सभी बड़े नेताओं ने अपनी ताकत झोंक दी है। इस वार्ड बसपा के कपिल छोंकर के लिए भी पार्टी ने बड़े नेता मैदान में उतार दिए हैं। सपा-रालोद गठबंधन से वार्ड तीन से मुकेश सिशौदिया व वार्ड चार से समीर भाटी के लिए भी सभी बड़े नेता प्रचार के लिए मैदान में आ गए हैं। वरिष्ठ नेता राजकुमार भाटी, जिलाध्यक्ष वीर सिंह यादव व बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज भाटी प्रचार की कमान संभाले हुए हैं।

chat bot
आपका साथी