सरकार से प्लाज्मा के रेट तय करने की मांग
जागरण संवाददाता नोएडा कोरोना वायरस के इलाज में कारगर साबित हो रही प्लाज्मा थेरेपी की मांग बढ़ गई है। इस बीच कोरोना से ठीक होने वाले लोग भी प्लाज्मा दान करने के लिए आगे आ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर अस्पतालों में लूट का सिलसिला जारी है।
जागरण संवाददाता, नोएडा :
कोरोना वायरस के इलाज में कारगर साबित हो रही प्लाज्मा थेरेपी की मांग बढ़ गई है। इस बीच कोरोना से ठीक होने वाले लोग भी प्लाज्मा दान करने के लिए आगे आ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर अस्पतालों में लूट का सिलसिला जारी है। प्लाज्मा निकलवाने की प्रक्रिया एक ही है, लेकिन हर अस्पताल में इसके अलग अलग रेट लग रहे हैं। ऐसे में लोगों की मांग है कि प्लाज्मा थेरेपी के रेट तय किए जाएं। सरकारी संस्था में इसके छह हजार वहीं निजी में 20 हजार तक शुल्क लिया जा रहा है।
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ट्विटर पर चला रहे अभियान
शहरवासी इंटरनेट मीडिया के सहारे अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। लोगों ने ट्विटर पर हैशटैग प्लाज्मा जस्टिस के नाम से कई ट्विट किए। इसमें निजी अस्पतालों के शुल्क में तीन से चार गुना का अंतर की बात रखी है। ट्विटर पर अमरजीत राठौर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर, स्वास्थ्य मंत्रालय और पीएमओ इंडिया को भी टैग कर कालाबजारी करने वाले अस्पतालों पर कार्रवाई की मांग उठाई। योगेश चौधरी ने लिखा कि जब प्लाज्मा निकलवाने के लिए किट एक ही है तो हर अस्पताल इसके अलग-अलग रेट क्यों है। अंकिता ने सरकार से कोरोना मरीजों को जल्द राहत देने की मांग रखी।
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प्लाज्मा के लिए निर्धारित दाम के संबंध में शासन की ओर से कोई गाइडलाइन नहीं आई है। सरकारी अस्पताल में जो चार्ज लिया जा रहा है, वह किट व जांच का है। यदि कोई अस्पताल इसके लिए अधिक रकम वसूल रहा है तो जांच की जाएगी।
- सुहास एलवाई, जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर