तीस लाख कीमत के 177 मोबाइल फोन के साथ पांच बदमाश गिरफ्तार

सूरजपुर कोतवाली पुलिस ने दीपावली के दिन मोबाइल की दुकान का

By JagranEdited By: Publish:Tue, 16 Nov 2021 07:08 PM (IST) Updated:Tue, 16 Nov 2021 07:08 PM (IST)
तीस लाख कीमत के 177 मोबाइल फोन के साथ पांच बदमाश गिरफ्तार
तीस लाख कीमत के 177 मोबाइल फोन के साथ पांच बदमाश गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा:

सूरजपुर कोतवाली पुलिस ने दीपावली के दिन मोबाइल की दुकान का शटर तोड़कर पचास लाख से अधिक कीमत के 364 मोबाइल फोन, नकदी व अन्य सामान की हुई चोरी का पर्दाफाश किया है। इस घटना को मेवात के बदमाशों ने अंजाम दिया था। पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर पुलिस ने उनके पास से चोरी किए गए तीस लाख रुपये के 177 मोबाइल फोन, छह हजार नकद, तमंचा, एक कार, फर्जी वाहन नंबर प्लेट, एलसीडी सहित अन्य सामान बरामद किया है।

सूरजपुर में सैफी मार्केट में मोबाइल की एक दुकान में चोरी हुई थी। पुलिस ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया था। पीड़ित ने 600 मोबाइल फोन, छह लाख रुपये नकद व अन्य सामान चोरी होने की बात कही थी। बाद में एफआइआर में संशोधन कराया था कि 364 मोबाइल फोन की चोरी हुई थी। एडीशनल डीसीपी सेंट्रल नोएडा इलामारन जी. ने बताया कि सोमवार देर रात सूचना के आधार पर पुलिस ने 130 मीटर रोड से नूंह निवासी राशिद, इरफान, सोहेल, शाबिर व हकमुद्दीन को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पता चला कि आरोपितों ने 131 मोबाइल फोन बेच दिए हैं। बेचे गए फोन को बरामद करने की प्रक्रिया चल रही है। पकड़े गए सभी आरोपित शातिर चोर हैं, आरोपितों ने पूर्व में कई घटनाओं को अंजाम दिया था। आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली टीम में उप निरीक्षक महेश चौधरी, विपिन कुमार, कृष्ण कुमार, हरिराम, सोनवीर, सिपाही अमित, मनीष, मनेंद्र व राहुल की विशेष भूमिका थी। टीम को पच्चीस हजार रुपये का नकद इनाम दिया जाएगा। 15 गाड़ियों से दबिश देने मेवात गई 56 सदस्यीय पुलिस टीम में आइपीएस इलामारन जी. भी शामिल थे। कर्मचारी के मोबाइल फोन ने दिखाई राह

दुकान में एक कर्मचारी का मोबाइल फोन भी रह गया था। चोरी के दौरान चोर वह मोबाइल फोन भी अपने साथ ले गए थे। घटना के बाद कर्मचारी ने पुलिस को बताया कि उसका मोबाइल फोन भी चोरी हो गया है, जिसके आधार पर पुलिस को पता चला कि बदमाश दादरी पेरिफेरल एक्सप्रेस वे से होते हुए गए हैं। टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को कार का पता चला। बदमाशों की कार पर फास्टैग लगा था। इससे पुलिस को पता चला कि कार पर लगी नंबर प्लेट फर्जी थी। कुछ देर बाद बैटरी डाउन होने के बाद मोबाइल फोन बंद हो गया, लेकिन पुलिस को यह पता चल गया गया कि बदमाश मेवात की तरफ गए हैं।

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