प्रशासनिक मदद की आस में ताकती रहे आंखें

जागरण संवाददाता नोएडा बहलोलपुर अग्निकांड में झुग्गी के साथ अपने जीवनभर की जमापूंजी गंवाने वाले लोगों की रात और दिन स्वयंसेवी संस्थाओं की ओर से मिलने वाली मदद के सहारे गुजर रहा है। प्रशासनिक मदद की आस का सपना संजोए लोगों की आंख सोमवार को दिनभर मदद का इंतजार करती रहीं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 09:49 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 09:49 PM (IST)
प्रशासनिक मदद की आस में ताकती रहे आंखें
प्रशासनिक मदद की आस में ताकती रहे आंखें

जागरण संवाददाता, नोएडा : बहलोलपुर अग्निकांड में झुग्गी के साथ अपने जीवनभर की जमापूंजी गंवाने वाले लोगों की रात और दिन स्वयंसेवी संस्थाओं की ओर से मिलने वाली मदद के सहारे गुजर रहा है। प्रशासनिक मदद की आस का सपना संजोए लोगों की आंख सोमवार को दिनभर मदद का इंतजार करती रहीं। लेकिन उन्हें देर रात तक कोई मदद नहीं मिली। मदद नहीं मिलने से लोग खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर हैं।

हादसे के शिकार लोगों में अधिकांश महिलाओं व बच्चों की रात बगल के एक फार्म हाउस में बीती। वहीं पुरुष पूरी रात आग में अपना सामान खोजते रहे। रात को खाने में खिचड़ी मिली। सुबह होने पर स्वयंसेवी संस्थाओं के लोग वहां पहुंचने लगे। उन्होंने चाय के साथ दूध की व्यवस्था की। कुछ बिस्किट, पानी, केला व समोसा लेकर पहुंचे थे। हालांकि इससे भूख नहीं मिट सकी। कुछ उधार पैसे लेकर आशियाने को तैयार करने में लग गए हैं, तो वहीं कुछ को प्रशासन की मदद का इंतजार है। गौरतलब है कि बहलोलपुर झुग्गी व कबाड़ गोदाम में रविवार दोपहर आग लग गई थी। इसमें 163 झुग्गियां व 150 से अधिक कबाड़ गोदाम जलकर खाक हो गए। आग में दो सगी बहनों की भी मौत हो गई। पुलिस ने बनाई हेल्प डेस्क

पुलिस प्रशासन की ओर से लोगों की मदद के लिए हेल्प डेस्क बनाई गई है। राहत समाग्री लेकर पहुंचे लोगों को अब पुलिस प्रशासन से संपर्क करना होगा। राहत समाग्री बंटवाने में पुलिस मदद करेगी। अभी तक स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा बांटी जाने वाली राहत सामग्री को लेने लोगों की भीड़ उमड़ रही थी। सोमवार को पुलिस आयुक्त आलोक सिंह, अपर पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) पुष्पांजलि ने घटना स्थल पहुंच कर पीड़ित परिवारों से बात की । दोपहर एक बजे तक चलता रहा आग बुझाने का काम

दमकल की ओर से सोमवार दोपहर एक बजे तक आग बुझाने का काम चलता रहा। प्लास्टिक व तिरपाल में लगी आग बीच-बीच में धधक रही थी। इसे बुझाने को दमकलकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी।

बयान

राहत की आर्थिक मदद पीड़ित परिवारों के खातों में ट्रांसफर होगी। कई परिवारों के पास बैंक खाता नहीं होने के चलते मदद में परेशानी आ रही है। ऐसे लोगों के खाते खुलवाए जा रहे हैं। जल्द इनके खाते में रकम ट्रांसफर की जाएगी। घटना में जाने गंवाने वाले पीड़ित परिवार को मदद दी जा चुकी है।

-सुहास एलवाई, जिलाधिकारी, गौतमबुद्धनगर

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