फिर उठने लगी अधिगृहीत गांवों में चुनाव कराने की मांग

ग्रामीण क्षेत्रों में लोग सोशल मीडिया के जरिये मामले को जोर-शोर से उठा रहे है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 06 Jun 2020 08:44 PM (IST) Updated:Sat, 06 Jun 2020 08:44 PM (IST)
फिर उठने लगी अधिगृहीत गांवों में चुनाव कराने की मांग
फिर उठने लगी अधिगृहीत गांवों में चुनाव कराने की मांग

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : नोएडा-ग्रेटर नोएडा के अधिगृहीत गांवों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराने की मांग फिर उठने लगी है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग सोशल मीडिया के जरिये मामले को जोर-शोर से उठा रहे हैं। चुनावी रणनीति तैयार करने व एकजुट होने को ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव मेरा अधिकार नाम से समूह का गठन किया है। इसमें अधिगृहीत गांवों के पूर्व प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, जिला पंचायत सदस्य के साथ-साथ जागरूक लोग शामिल हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायती राज व्यवस्था समाप्त हो जाने के बाद गांवों की व्यवस्था चरमरा गई है। शिकायत करने के बाद प्राधिकरण के अधिकारी सुनवाई नहीं करते हैं। मुख्यमंत्री से लगाई गुहार पंचायत चुनाव कराने की मांग को लेकर समूह में शामिल सदस्यों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजा है। भेजे गए पत्र में प्राधिकरण अधिगृहीत गांवों में चुनाव कराने का आग्रह किया गया है। लोगों का आरोप है कि जिले की 143 ग्राम पंचायतों में पंचायत राज व्यवस्था समाप्त हो जाने के बाद विकास कार्य, सफाई व्यवस्था का जिम्मा प्राधिकरण का है, लेकिन प्राधिकरण का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। गांवों में बदहाल स्थिति अधिकारियों की लापरवाही व अनदेखी का नतीजा है। समस्याओं का समाधान करने के बजाय अधिकारी तानाशाही रवैया अपनाए हुए है। ग्राम पंचायत व्यवस्था समाप्त होने से गांवों में जन प्रतिनिधित्व समाप्त हो गया है। ग्रामीणों की आवाज उठाने वाला कोई नहीं है। ग्रामीणों को सरकारी की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। चुनाव कराने के लिए सरकार पर दबाव बनाया जाएगा।

-कर्मवीर नागर, पूर्व ब्लाक प्रमुख अक्टूबर नवंबर में चुनाव होने हैं, यदि अधिगृहीत गांवों में पंचायतों को बहाल नहीं किया गया तो जिले में आंदोलन किया जाएगा। एकजुट होकर पंचायत चुनाव कराने की रणनीति अख्तियार की गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर चुनाव कराने का आग्रह किया गया है।

-जय यादव, पतवाड़ी

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