सिम कार्ड बंद करा इंजीनियर युवती के खाते से एक लाख रुपये ट्रांसफर
- शताब्दि रेल विहार सोसायटी सेक्टर 62 निवासी युवती के साथ हुआ फर्जीवाड़ा - कोतवाली सेक्टर 5
जागरण संवाददाता, नोएडा :
गुड़गांव की एक मल्टीनेशनल कंपनी में साफ्टवेयर इंजीनियर युवती के मोबाइल नंबर को बंद कर साइबर जालसाज ने फर्जीवाड़ा कर उनके खाते से एक लाख रुपये कर्नाटक स्थित एक बैंक खाते में ट्रांसफर कर लिए। घटना नौ मई की है। नोएडा साइबर सेल और कोतवाली सेक्टर 58 पुलिस से शिकायत करने के बाद भी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। सेक्टर 62 शताब्दी रेल विहार सोसायटी में परिवार के साथ रहने वाली रुचि शर्मा गुड़गांव स्थित एक आइटी कंपनी में कार्यरत हैं। कनाट प्लेस दिल्ली स्थित आइसीआइसीआइ बैंक में उनका खाता है। करीब 10 दिन पहले उन्होंने अपने मोबाइल नंबर को फोर जी कराने के लिए टेलीकाम कंपनी से आवेदन किया था। 7 मई को एक व्यक्ति ने फोन कर अपने को टेलीकाम कंपनी का कर्मचारी बताते हुए सिम नंबर को कंपनी के सर्विस नंबर पर भेजने को कहा। आरोपित ने बताया कि चार घंटे के लिए नंबर भी बंद होगा। हालांकि अगले दिन तक नंबर एक्टिवेट नहीं हुआ। इसके बाद आठ मई को खाते से जुड़े ईमेल आईडी पर मैसेज मिला कि अकाउंट का पासवर्ड बदलने के लिए ओटीपी नंबर जनरेट हुआ है। कुछ देर बाद फिर मिले दूसरे ईमेल से पता लगा कि खाते का पासवर्ड भी बदल गया है। कस्टमर केयर से संपर्क करने पर पता लगा कि उनके खाते से दो बार में 50-50 हजार रुपये कर्नाटक स्थित एक बैंक खाते में फर्जी तरीके से ऑनलाइन रुपये ट्रांसफर हुए हैं। टेलीकाम कंपनी के कस्टमर केयर से संपर्क करने पर पता लगा कि उनका मोबाइल नंबर उसी दिन फोर जी में अपडेट हो चुका है। केस दर्ज करने से नोएडा पुलिस ने किया इन्कार -
फर्जीवाड़े का पता लगने पर पीड़िता सेक्टर 6 स्थित साइबर सेल पहुंची। वहां पहले कोतवाली सेक्टर 58 में रिपोर्ट दर्ज कराने को कहा गया। पीड़िता का आरोप है कि सेक्टर 58 पुलिस ने शिकायत रिसीव करने के बाद अगले दिन रिपोर्ट दर्ज करने से इन्कार कर दिया। आरोप है कि कोतवाली सेक्टर 58 पुलिस ने जिस बैंक में खाता है उस क्षेत्र के स्थानीय थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की बात कह मामले को टरका दिया। जिसके बाद पीड़िता ने दिल्ली के कनाट प्लेस थाने में अब शिकायत दी है।