सरकारी-गैर सरकारी संस्थानों में जलभराव होने पर लगेगा जुर्माना
जागरण संवाददाता नोएडा मच्छर जनित रोगों की रोकथाम के लिए मलेरिया विभाग सतर्क है। विभागीय अधिकारियों ने सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों का निरीक्षण करना शुरू कर दिया है। यदि किसी भी संस्थान में जलभराव मिलता है तो जुर्माना लगेगा। बीते दिनों मलेरिया विभाग ने दो शिक्षण संस्थानों को नोटिस भी जारी किया। इसके अलावा एक सेक्टर के आरडब्ल्यूए को चेतावनी भी दी है।
जागरण संवाददाता, नोएडा : मच्छर जनित रोगों की रोकथाम के लिए मलेरिया विभाग सतर्क है। विभागीय अधिकारियों ने सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों का निरीक्षण करना शुरू कर दिया है। यदि किसी भी संस्थान में जलभराव मिलता है, तो जुर्माना लगेगा। बीते दिनों मलेरिया विभाग ने दो शिक्षण संस्थानों को नोटिस भी जारी किया। इसके अलावा एक सेक्टर के आरडब्ल्यूए को चेतावनी भी दी है।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ.राजेश शर्मा ने बताया कि मानसून के बाद जिले में दो मलेरिया के मरीज सामने आ चुके हैं। ऐसे में जलभराव न होने देने के लिए मलेरिया विभाग ने गैर सरकारी व सरकारी संस्थानों का निरीक्षण करना शुरू कर दिया है। यदि किसी स्थान पर पहली बार जलभराव मिलता है, तो उसे नोटिस जारी किया गया। दूसरी बार में जुर्माने की कार्रवाई होगी। इसके लिए 10 से अधिक संस्थानों को नोटिस जारी कर हिदायत दी जा चुकी है। अगले कुछ दिनों में दोबारा इन्हीं संस्थानों का निरीक्षण होगा। जुर्माना राशि 500 रुपये से लेकर पांच हजार रुपये तक हो सकती है। मलिन बस्तियां, निर्माणाधीन साइट, औद्योगिक सेक्टर, बाजार आदि का भी निरीक्षण किया जाएगा। अगस्त से नवंबर तक जिले में मच्छरजनित रोगों का असर सर्वाधिक रहता है। इस वर्ष अब तक डेंगू व चिकनगुनिया का एक भी मरीज नहीं मिला है, लेकिन मलेरिया के मरीज मिलने शुरू हो गए हैं। बचाव के लिए एंटी लार्वा दवा का छिड़काव और फागिग भी की जा रही है।
एलाइजा किट से होगी जांच : एलाइजा किट से जांच में डेंगू की पुष्टि होने पर ही मरीज को रिकार्ड में दर्ज किया जाएगा। निजी अस्पतालों में मिलने वाले डेंगू के मरीज की भी जिला अस्पताल स्थित लैब में दोबारा जांच होगी। इसके अलावा एनसीडीसी भी नमूने भेजे जा सकते हैं। डेंगू का मच्छर एडिज दिन में काटता है। ज्यादातर निजी व सरकारी कार्यालयों में दिन में ही काम होता है। यहां ज्यादा ध्यान दिया जाएगा।