परमिट शर्तो का उल्लंघन कर शहर में दौड़ रहीं बसें
सरकारी खजाने को लाखों रुपये की चपत लगाने का काम परमिट शर्तों का उ
वैभव तिवारी, नोएडा :
सरकारी खजाने को लाखों रुपये की चपत लगाने का काम परमिट शर्तों का उल्लंघन करने वाली सैकड़ों बसें जिले में कर रही हैं। हालत ये हैं कि रोडवेज बसों से अधिक परमिट शर्त का उल्लंघन करने वाली बसें जिले में दौड़ रही हैं। इसके कारण परिवहन विभाग के अधिकारियों की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठ रहा है। सरकार द्वारा यात्रियों को सुगम और सुरक्षित सुविधा देने के दावे की पोल खुल रही है। शहर में विभिन्न जगह से परमिट नियमों का उल्लंघन कर नजदीकी शहरों के साथ लंबी दूरी के लिए बसें संचालित हो रही हैं।
जानकारी के मुताबिक गौतमबुद्ध नगर में परमिट शर्तों का उल्लंघन कर रोजाना 538 से अधिक बसें रोजाना आवाजाही कर रही हैं, जिसमें निश्चित स्थानों के साथ बसें जिले में विभिन्न स्थानों पर घूम-घूमकर सवारियों को बैठाती हैं। इससे दुर्घटना की संभावनाओं के बीच बसें डीएनडी और अक्षरधाम सहित अन्य रास्ते से आवाजाही कर रही हैं। यहां होता है उल्लंघन
सेक्टर - 62, 37, 12-22,14,15, बोटेनिकल गार्डन, बस क्यू शेल्टर पांच, परी चौक, महामाया और जीरो पाइंट सहित अन्य स्थानों से बसें मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत, गाजियाबाद, हापुड़, आगरा, लखनऊ, बाराबंकी, गोरखपुर, आजमगढ़, वाराणसी, विहार के पटना के साथ झारखंड और अन्य जगह के लिए चल रही हैं। रोडवेज से अधिक संख्या में संचालित हैं बसें
बसें टूरिस्ट परमिट लेकर जगह-जगह से सवारियां बैठाती हैं। एनसीआर सहित अन्य परमिट लेने वाले बस संचालक भी नियमों का उल्लंघन करते हैं, जिले के नोएडा और ग्रेटर नोएडा डिपो में कुल 337 रोडवेज बसें है। जिनसे अधिक संख्या में विभिन्न जगहों पर परमिट नियमों का उल्लंघन करने वाली बस संचालित हैं। वहीं परिवहन विभाग का दावा है कि वर्ष 2021 में करीब तीन सौ की संख्या में परमिट नियमों का उल्लंघन करने वाली बसों पर कार्रवाई की गई है। परमिट नियमों का उल्लंघन करने वाली बसों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। दिसंबर में भी 40 बसों के खिलाफ चालान किया गया। प्रशांत तिवारी, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी, प्रवर्तन