किसानों ने सवा तीन घंटे तक लगाया ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे पर जाम
संवाद सहयोगी दनकौर कृषि कानून के विरोध में किसान संगठन भाकियू (टिकैत) के तत्वावधान मे
संवाद सहयोगी, दनकौर : कृषि कानून के विरोध में किसान संगठन भाकियू (टिकैत) के तत्वावधान में सैकड़ों किसानों ने शुक्रवार को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे पर सवा तीन घंटे तक धरना प्रदर्शन कर जाम लगाया। जाम में फंसे लोगों की किसानों से कई बार झड़प हुई और मारपीट की नौबत आ गई, लेकिन पुलिस की मौजूदगी के चलते स्थिति काबू में रही। संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खटाना ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीनों कृषि कानून किसान हित में नहीं हैं। कृषि कानून वापसी की मांग को लेकर दिल्ली आ रहे हरियाणा व पंजाब के किसानों का साथ देने जा रहे क्षेत्र के किसानों पुलिस ने रोक लिया। किसान ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे पर धरना देकर बैठक गए। साढ़े ग्यारह बजे से दोपहर करीब पौने तीन बजे तक धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ तीन किमी लंबा जाम लग गया। जाम में फंसे लोगों की धरना दे रहे किसानों से कई बार झड़प, गाली-गलौज व धक्का-मुक्की हुई। बाद में किसान नेताओं के समझाने पर करीब सवा तीन घंटे बाद जाम खोला गया और किसानों को समझा बुझाकर दिल्ली न जाने के लिए मना लिया गया। पुलिस के उच्चाधिकारियों के समझाने के बाद किसान अपने घर लौट गए। इस दौरान अनित कसाना, सुनील प्रधान, अनिल खटाना, संजय कसाना समेत सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।
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बड़ी संख्या में मौजूद रहा पुलिस बल
किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस पहले से सतर्क थी। कासना, दनकौर समेत कई थानों की पुलिस दो एसीपी के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी किसानों को संभालने के लिए ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे पर डेरा डाले रही। धरना प्रदर्शन समाप्त होने पर पुलिसकर्मियों ने राहत की सांस ली।
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किसानों पर हमला करने की धमकी देने वाला हिरासत में
धरने से परेशान हरियाणा निवासी एक युवक किसानों के बीच पहुंच गया। युवक ने एक पुलिसकर्मी का डंडा छीन कर धरनारत किसानों पर हमला करने की धमकी दी तो पुलिस ने उसे हिरासत में लिया।