निजी कोविड अस्पतालों में बिस्तर फुल, सरकारी में मात्र 300 शेष

जागरण संवाददाता नोएडा कोरोना संक्रमण के बीच कोविड अस्पतालों में बिस्तरों का गंभीर संकट खड़ा हो गया है। निजी कोविड अस्पतालों में जहां एक भी बिस्तर खाली नहीं है वहीं सरकारी अस्पतालों में सिर्फ 300 सामान्य बिस्तर ही शेष हैं। स्थिति यह है कि होम आइसोलेशन से भी रोज एक-दो संक्रमित को कोविड अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 07:45 PM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 07:45 PM (IST)
निजी कोविड अस्पतालों में बिस्तर फुल, सरकारी में मात्र 300 शेष
निजी कोविड अस्पतालों में बिस्तर फुल, सरकारी में मात्र 300 शेष

जागरण संवाददाता, नोएडा : कोरोना संक्रमण के बीच कोविड अस्पतालों में बिस्तरों का गंभीर संकट खड़ा हो गया है। निजी कोविड अस्पतालों में जहां एक भी बिस्तर खाली नहीं है, वहीं सरकारी अस्पतालों में सिर्फ 300 सामान्य बिस्तर ही शेष हैं। स्थिति यह है कि होम आइसोलेशन से भी रोज एक-दो संक्रमित को कोविड अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है। अस्पतालों में बढ़ते संक्रमितों के दबाव ने अधिकारियों की नींद उड़ा दी है।

कोरोना की दूसरी लहर ने जिले में हाहाकार मचा दिया है। एक ओर जहां संक्रमण को नियंत्रित करने में विभागीय अधिकारियों के पसीने छूटे हुए हैं। जांच के लिए अस्पतालों में लंबी कतारें है। एक माह में संक्रमण की दर 0.1 से बढ़कर सात फीसद हो गई है। बिस्तरों के अभाव में अब अधिकारियों ने बाहरी राज्यों व जिले के संक्रमितों को भर्ती करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। वर्तमान में विभिन्न कोविड अस्पतालों में सिर्फ साढ़े 1700 बिस्तरों पर ही उपचार की सुविधा है, जबकि जिले में सक्रिय संक्रमितों का आंकड़ा ढाई हजार के करीब पहुंच गया है। फजीहत से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग संक्रमितों को होम आइसोलेशन की तरफ धकेल रहा हैं। अस्पताल प्रशासन को नहीं बिस्तरों की जानकारी : कोविड अस्पतालों में जहां बिस्तरों को लेकर मारामारी शुरू है, वहीं शारदा अस्पताल प्रशासन को बिस्तरों की स्थिति के बारे में जानकारी ही नहीं है। कुल कितने बेड, आइसीयू व कितने संक्रमित भर्ती है, इसको लेकर संशय की स्थिति बनी है। उधर, संक्रमितों के स्वजन अस्पताल में संपर्क कर रहे हैं, तो बेड न होने की बात कही जा रही है। बिस्तरों की उपलब्धता होने पर भी लोगों को गुमराह किया जा रहा है। रिपोर्ट में देरी बढ़ा रही परेशानी

कोरोना रिपोर्ट में देरी ने भी संक्रमितों की परेशानी बढ़ा दी है। आरटी-पीसीआर रिपोर्ट आने में एक सप्ताह से अधिक समय लग रहा है। बिना संक्रमित की रिपोर्ट चिकित्सक संदिग्ध को उपचार देने या भर्ती करने से हाथ खड़े कर देते हैं। ऐसे में उन्हें सीधा आइसीयू में भर्ती करना पड़ रहा है। बॉक्स..

कोविड अस्पतालों में बिस्तरों की स्थित

कोविड अस्पताल कुल बिस्तर आइसीयू भर्ती खाली

सेक्टर-39 288 50 219 69

जिम्स 225 80 215 10

शारदा 380 60 149 231

फोर्टिस 40 20 40 00

जेपी 150 50 150 00

प्रकाश 75 22 75 00

यथार्थ ग्रेनो वेस्ट 275 160 275 00

यथार्थ ग्रेनो 125 25 125 00

कैलाश 200 37 200 00

--- वर्जन..

जिले में बिस्तरों का अभाव है। प्रशासन ने फोर्टिस को 60, यथार्थ को 125, शारदा को 340 व निम्स में 300 बिस्तरों पर कोविड उपचार की सुविधा शुरू करने के लिए निर्देश दिए हैं। सेक्टर-30 स्थित चाइल्ड पीजीआइ को भी जल्द कोविड अस्पताल में बदला जाएगा।

=सुहास एलवाई, जिलाधिकारी

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