निर्माणाधीन मकान के सेफ्टिक टैंक में गिरने से बच्ची की मौत

सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र के देवला गांव में निर्माणाधीन मकान के सेफ्टिक टैंक में गिरने से एक नौ वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। काफी देर तलाश करने के बाद परिजन को सेक्टिक टैंक में बच्ची का शव पड़े होने की सूचना मिली। जांच के बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस यह जांच कर रही है कि बच्ची की मौत हादसा है फिर उसके साथ कोई घटना हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Dec 2019 08:40 PM (IST) Updated:Sat, 07 Dec 2019 06:09 AM (IST)
निर्माणाधीन मकान के सेफ्टिक टैंक में गिरने से बच्ची की मौत
निर्माणाधीन मकान के सेफ्टिक टैंक में गिरने से बच्ची की मौत

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा:

सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र के देवला गांव में निर्माणाधीन मकान के सेफ्टिक टैंक में गिरने से एक नौ वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। काफी देर तलाश करने के बाद स्वजन को सेफ्टिक टैंक में बच्ची का शव पड़े होने की सूचना मिली। जांच के बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस यह जांच कर रही है कि बच्ची की मौत हादसा है फिर उसके साथ कोई घटना हुई है।

मूलरूप से एटा के शीतलपुर गांव निवासी उमेश चंद्र यादव परिवार के साथ सूरजपुर के देवला गांव में किराये पर रहते हैं। वह ऑटो चलाते हैं। परिवार में उनकी पत्नी पुष्पा, चार बेटियां शिवानी, लवली, प्राची, मोनिका व एक बेटा जीतू है। पत्नी, मकान में बनी एक दुकान का संचालन करती हैं। शुक्रवार सुबह लगभग छह बजे पुष्पा, बेटी मोनिका(9) के साथ दुकान खोलने के लिए आई। कुछ ही देर में बेटी कहीं चली गई। परिवार के लोगों ने बेटी की तलाश शुरू की। मोनिका के लापता होने की जानकारी आसपास के इलाके में फैल गई। काफी प्रयास के बाद भी मोनिका का कुछ पता नहीं चला। लगभग ग्यारह बजे पास में बन रहे एक घर के सेफ्टिक टैंक के पास मोनिका की चप्पल मिली। लोगों ने जब सेफ्टिक टैंक में देखा तो मोनिका का शव पड़ा था। लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। सेफ्टिक टैंक से बच्ची का शव मिलने के बाद निर्माणाधीन मकान में काम करने वाले कर्मचारी काम बंद कर चले गए। स्वजन का कहना है कि जब बेटी लापता हुई थी तो उस मकान के पास भी बेटी को तलाश किया गया था। उस समय निर्माणाधीन मकान का सेफ्टिक टैंक का मुंह प्लाई के टुकड़े से ढका हुआ था। लेकिन बाद में लोगों ने बताया कि जब उन्होंने देखा तो मुंह खुला हुआ था। ऐसे में यह आशंका भी जताई जा रही है कि बच्ची के साथ कोई घटना न हुई हो। स्वजन ने बताया कि शिवानी पहले एटा में ही रहती थी। वहां पर स्कूल में पढ़ने जाती थी। लेकिन यहां पर अभी स्कूल में नाम नहीं लिखा पाए थे। टैंक में लगभग चार फीट तक पानी था। पोस्टमार्टम के लिए बच्ची के शव को भेज दिया गया है। सभी दृष्टिकोण से घटना की जांच की जा रही है।

-तनु उपाध्याय, क्षेत्राधिकारी प्रथम

chat bot
आपका साथी