एंबुलेंस चालकों की हड़ताल का रहा मिला-जुला असर
जागरण संवाददाता नोएडा जिले में एंबुलेंस कर्मचारियों की हड़ताल का सोमवार को मिला-जुला असर दिखा। सेक्टर-45 में कुछ कर्मियों ने उनकी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया लेकिन बाद में काम पर लौट गए।
जागरण संवाददाता, नोएडा : जिले में एंबुलेंस कर्मचारियों की हड़ताल का सोमवार को मिला-जुला असर दिखा। सेक्टर-45 में कुछ कर्मियों ने उनकी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया, लेकिन बाद में काम पर लौट गए। काल सेंटर पर एंबुलेंस की मांग होने पर मरीज को समय पर सुविधा दी गई। हालांकि अब कर्मचारी मंगलवार को कार्य बहिष्कार कर हड़ताल कर रहने की बात कह रहे हैं। प्रदेशभर के एंबुलेंसकर्मी ठेका व्यवस्था को खत्म करने की मांग पर अड़े हैं।
सोमवार को दोपहर बाद ठेका व्यवस्था को खत्म करने के विरोध में कुछ एंबुलेंसकर्मी सेक्टर-45 स्थित सदरपुर में पहुंचे। यहां खाली मैदान में सभी एंबुलेंस खड़ी की जाती है। सेंटर से काल आने पर एंबुलेंस को यही से लोकेशन पर भेजा जाता है, जबकि कुछ एंबुलेंस त्वरित उपचार के लिए जिला अस्पताल में रहती है। इनमें 102, 108 और एडवांस लाइफ स्पोर्ट भी शामिल है। जिले में कुल 34 एंबुलेंस हैं। इनमें 108 एंबुलेंस की संख्या 17 है। हालांकि, अस्पताल में एंबुलेंस देरी से पहुंचने के चलते मरीजों को थोड़ी बहुत परेशानी का सामना करना था। बाद में अधिकारियों ने कर्मचारियों को समझाया और काम पर लौटा दिया।
एंबुलेंस चालक अविनेश ने बताया कि सभी ठेका व्यवस्था के विरोध में जुटे थे। कोरोना संकटकाल में कर्मियों ने अपनी जान दांव पर लगाकर मरीजों को सेवा दी। अब तक वह जीवीके कंपनी के तहत कार्य कर रहे थे। उन्हें 12 हजार 725 रुपये वेतन मिलता था, लेकिन ठेका अब दूसरी कंपनी को दे दिया गया है। उन्होंने कर्मियों का वेतन 10 हजार 700 रुपये निर्धारित किया है। कर्मचारियों में इससे आक्रोश है। उन्होंने खुद को स्थाई करने की मांग की है। कर्मियों को डर है कि कंपनी आने वाले समय में उन्हें नौकरी से निकाल देगी। अनुमति न होने पर खत्म कराई हड़ताल : कर्मचारियों ने हड़ताल के लिए अनुमति नहीं ली थी, जिसके चलते कर्मचारियों के एकत्रित होते ही पुलिस ने उन्हें प्रदर्शन करने से रोक दिया। वहीं अधिकारियों ने समझा-बुझाकर शांत किया। इसके चलते कार्य प्रभावित नहीं हुआ।